अमेरिका में पढ़ाई: भ्रामक जानकारी से बचें

एजुकेशनयूएसए सलाहकार से जानिए कि अमेरिका में अध्ययन की तैयारी करते समय किस तरह से सही विकल्पों का चयन करें।

आस्था विर्क सिंह

मई 2024

अमेरिका में पढ़ाई: भ्रामक जानकारी से बचें

विद्यार्थियों को विश्वसनीय सूचना स्रोतों का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे कि अमेरिका में उच्च शिक्षा के एजुकेशनयूएसए जैसे आधिकारिक स्रोत का। इसके अलावा सही विकल्प के चयन के लिए दाखिला अधिकारियों से बात करनी चाहिए और आवेदन के लिए विश्वविद्यालयों की सूची शॉर्टलिस्ट करनी चाहिए। (फोटोग्राफः साभार आस्‍था विर्क सिंह)

एजुकेशनयूएसए सलाहकार के रूप में अपने लगभग 10 वर्षों में मैंने अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आवेदन और दाखिले के संबंध में विद्यार्थियों की कई शंकाओं का समाधान किया है। हालांकि विद्यार्थियों की बहुत सारी ऑनलाइन जानकारी तक पहुंच है, लेकिन अक्सर उन्हें गलत जानकारियां होती हैं। एजुकेशनयूएसए केंद्रों में हम सक्रिय रूप से अपना समय आम मिथकों को दूर करने और यह सुनिश्चित करने में बिताते हैं कि विद्यार्थियों को विश्वसनीय जानकारी हासिल हो सके।

आइए कुछ मिथकों पर करीब से नज़र डालते हैं :

मिथक: अमेरिका में अध्ययन के लिए केवल आईवी लीग या उच्च रैंक वाले कॉलेजों को चुनना चाहिए।

तथ्य: हालांकि आईवी लीग संस्थान प्रतिष्ठित हैं और अकादमिक उत्कृष्टता का लंबा इतिहास समेटे हैं, लेकिन वे ही सफलता का एकमात्र रास्ता नहीं हैं। अमेरिका में तमाम अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों से बहुत-से विद्यार्थी आगे बढ़ते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करते हैं।

अमेरिका में लगभग 4000 एक्रेडिटेड कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं और हरेक में अनूठे पाठ्यक्रम, संसाधन और अवसर उपलब्ध हैं। कॉलेज चुनते समय, अपनी प्राथमिकताओं को परिभाषित करना और उसके हिसाब से पाठ्यक्रम, स्थान, कैंपस संस्कृति और वित्तीय सामर्थ्य जैसे कारकों पर विचार करना आवश्यक है। संभव है कोई चीज़ जो किसी एक विद्यार्थी के लिए सही हो, वह दूसरे के लिहाज से उपयुक्त न हो। लेकिन अमेरिकी विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में जो विविधता और लचीलापन होता है, उससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि हर विद्यार्थी को अपनी आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम उपलब्ध हो जाता है।

विद्यार्थियों को जानकारी हासिल करने के लिए विश्वसनीय स्रोतों जैसे अमेरिकी उच्च शिक्षा से जुड़े आधिकारिक स्रोत एजुकेशनयूएसए, और दाखिला अधिकारियों के अलावा, मौजूदा और पूर्व विद्यार्थियों से बातचीत करके विवेकपूर्ण तरीके से आवेदन योग्य विश्वविद्यालयों को शॉर्टलिस्ट करना चाहिए।

मिथक: अमेरिका में उच्च शिक्षा काफी महंगी है।

तथ्य: अमेरिकी विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को फंडिंग के लिए कई तरह के स्रोत उपलब्ध कराते हैं। हालांकि, विश्वविद्यालयों में फंडिंग नीतियां अलग-अलग हो सकती हैं।

संस्थान प्रतिस्पर्धी योग्यता आधारित छात्रवृत्ति और आवश्कता आधारित वित्तीय सहायता के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं। कई विश्वविद्यालय अनुदान, फेलोशिप और वर्क-स्टडी प्रोग्राम भी उपलब्ध कराते हैं।

छात्रवृत्तियां मेरिट पर आधारित होती हैं और यह विद्यार्थियों को उनके आवेदन, शैक्षणिक योग्यता और समग्र प्रोफाइल पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद प्रदान की जाती हैं। एक बार आवेदन करने के बाद विद्यार्थियों को विशिष्ट विषय, ऑनर्स कॉलेज या अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए निर्धारित छात्रवृत्ति के लिए स्वत: ही विचारयोग्य समझा जा सकता है। वे खेल या संगीत से जुड़ी खास छात्रवृत्तियों के लिए भी आवेदन दे सकते हैं।

आर्थिक सहायता विद्यार्थी की योग्यता और आर्थिक ज़रूरत के हिसाब से प्रदान की जाती है। विद्यार्थियों को इस प्रकार की सहायता के लिए पात्र होने की अपनी ज़रूरत को प्रदर्शित करना होगा।

विद्यार्थियों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि संस्थान किस प्रकार का है, क्योंकि उसी से वहां पढ़ाई की कुल लागत को निर्धारित किया जाता है। सरकारी विश्वविद्यालय और कम्युनिटी कॉलेजों में पैसा कम खर्च होता है जबकि प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पैसा अधिक खर्च होता है, लेकिन फंडिंग की मात्रा भी अधिक होती है। सावधानीपूर्व योजना बनाने और शोध के साथ विद्यार्थी अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए किफायती विकल्प पा सकते हैं।

मिथक: लिबरल आर्ट डिग्री दूसरे डिग्री पाठ्यक्रमों के मुकाबले अतिरिक्त महत्व नहीं रखतीं और इसमें कलात्मक फोकस ज्यादा होता है।

तथ्य: लिबरल आर्ट की डिग्री विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और मानविकी सहित शिक्षा के व्यापक फलक से परिचित कराती है। यह शिक्षा सामाजिक ज़िम्मेदारी, बौद्धिक एवं व्यावहारिक कौशल के हस्तांतरण की सशक्त भावना को पोषित करती है जिससे क्रिटिकल थिंकिंग, संवाद, समस्या समाधान और अनुकूलन कौशल का विकास होता है जिसे विभिन्न उद्योगों में नियोक्ता काफी महत्व देते है।

लिबरल आर्ट की डिग्री शिक्षा, व्यवसाय, सरकार, संचार, गैरलाभकारी संगठनों और तमाम दूसरे क्षेत्रों में विविध किस्म के कॅरियर के अवसर प्रदान कर सकती है। लिबरल आर्ट ग्रेजुएट अपने कॅरियर की संभावनाओं को सशक्त बनाने के लिए आगे की शिक्षा प्राप्त करते हैं या विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करते हैं। इस विशाल दुनिया में इस तरह का व्यापक ज्ञान इस विषय के ग्रेजुएटों को तमाम तरह की जटिलताओं, विविधताओं और बदलावों से निपटने के लिए तैयार करता है।

मिथक: मैं विद्यार्थी वीज़ा पर अध्ययन करने के दौरान अमेरिका में पूर्णकालिक तौर पर रोज़गार कर सकता हूं।

तथ्य: अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी अमेरिका में मुख्य रूप से इसलिए होते हैं कि वे जिस संस्थान में पंजीकृत होते हैं, उन्हें वहां अपने चुने गए विषय की पढ़ाई करनी होती है और उन पर पूर्णकालिक पाठ्यक्रम की कक्षाओं का भार होता है।

विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के दाखिले से पहले उन्हें फंडिंग का सबूत देना होता है जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि विद्यार्थी पैसे की चिंता किए बिना अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकते हैं। हालांकि, विद्यार्थी व्यावहारिक प्रशिक्षण के अवसरों का लाभ उठा कर अपने शैक्षणिक ज्ञान को बढ़़ा सकते हैं। एफ-1 विद्यार्थियों के पास ऑफ कैंपस रोज़गार के सीमित अवसर होते हैं, जैसे करिकुलर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (सीपीटी) या ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (ओपीटी)। ऐसे विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय के डेजिगनेटेड स्कूल ऑफिशियल (डीएसओ) से प्राधिकृत होने की ज़रूरत होती है, और विद्यार्थियों को अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) से निर्धारित खास प्रक्रियाओं का पालन करना होता है। विद्यार्थियों को ऑन और ऑफ कैंपस व्यावहारिक प्रशिक्षण के बारे में अगर और अधिक जानकारी लेनी है तो वे इस लिंक पर जाकर उसे प्राप्त कर सकते हैं। https://studyinthestates.dhs.gov/students/work/working-in-the-united-states

एफ-1 वीज़ा पर विद्यार्थी शैक्षणिक वर्ष के दौरान कैंपस में अंशकालिक और अधिकृत अंतराल के दौरान पूर्णकालिक काम कर सकते हैं लेकिन आमतौर पर कैंपस के बाहर इसकी इजाजत नहीं होती। विद्यार्थियों के लिए अमेरिका आने के अपने मूल मकसद को ध्यान में रखना, सही मार्गदर्शन के लिए डीएसओ के संपर्क में बने रहना और रोज़गार और व्यावहारिक प्रशिक्षण के अवसरों के लिए बने नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

मिथक: वीज़ा गारंटी देने वाले एजेंटों को पैसा देने से विद्यार्थी वीज़ा सबसे आसान तरीके से हासिल किया जा सकता है।

तथ्य: पैसा लेकर विद्यार्थी वीज़ा दिलाने का भरोसा देने वाले एजेंटों या व्यक्तियों को पैसे देना अनैतिक है।

अमेरिकी विद्यार्थी वीज़ा के लिए आवेदन प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेज जमा करना, साक्षात्कार में हिस्सा लेना, और पढ़ाई के लिए दाखिला, आर्थिक क्षमता और पढ़ाई पूरी होने के बाद अपने देश लौटने के इरादे को जाहिर करना, जैसी पात्रताएं शामिल हैं। विद्यार्थियों के लिए अपने चुने हुए विश्वविद्यालयों के साथ सीधे संपर्क में रहना और वीज़ा प्राप्त करने के लिए निर्धारित आधिकारिक प्रक्रियाओं का पालन करना महत्वपूर्ण है।

अपने आवेदन में दी गई जानकारी के लिए आवेदक सिर्फ स्वयं ही ज़िम्मेदार है। अगर उनके आवेदन में कोई झूठी जानकारी दी गई है या फिर कोई जाली दस्तावेज लगाया गया है तो इससे उन्हें स्थायी रूप से अमेरिकी वीज़ा के लिए अयोग्य ठहराया जा सकता है। एजंकेशनयूएसए इंडिया भारत में अमेरिकी दूतावास और कांसुलेटों के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए मु़फ्त वीज़ा सूचना सत्र आयोजित करता है। हम विद्यार्थियों को इन सत्रों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वीज़ा आवेदन प्रक्रिया के बारे में ताजा अपडेट के लिए विद्यार्थी https://www.ustraveldocs.com/in/ पर भी जा सकते हैं।

आस्था विर्क सिंह यूएस-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (यूएसआईईएफ), नई दिल्ली में एजुकेशनयूएसए की सीनियर एडवाइज़र हैं।


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