अमेरिका और भारत की नौसेना, थल सेना और वायु सेना ने सैन्य अभ्यास और संयुक्त प्रशिक्षण के बूते अपनी संचालन क्षमता में बढ़ोतरी की है।
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए यू.एस.-इंडिया अलायंस ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित महिला कामगारों और उद्यमियों की आर्थिक स्थिति को उबारने में मदद की है।
अमेरिका में पढ़ाई की योजना बना रहे विद्यार्थियों को अपना मेजर चुनते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स के क्षेत्र में तेज़ी से वृद्धि के चलते सांख्यिकी ग्रेजुएट की मांग में काफी वृद्धि हुई है।
एल्युमनाई इंटरव्यू विश्वविद्यालयों में दाखिलों का अहम चरण है और इससे सही उम्मीदवारों के चयन में मदद मिलती है।
लिबरल आर्ट्स कॉलेजों के छोटे आकार के बावजूद वहां हासिल किए अनुभव पूरे जीवन विद्यार्थियों के काम आते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकारें और प्राइवेट कंपनियां अंतरिक्ष खोज और क्षमताओं को बढ़ाने पर अपना ध्यान लगा रही हैं, इसलिए एरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री की मांग बढ़ रही है।
आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर ऐसी इमारतों के डिज़ाइन में मदद कीजिए जो लाजवाब दिखने के साथ ही मज़बूत भी हों।
मनोविज्ञान का विषय काफी विस्तृत और विभिन्न प्रकार का है। इसमें कॅरियर के अवसर भी इसी तरह विविध तरह के हैं।
अमेरिका में अध्ययन की यात्रा के साथ जुड़ी है रणनीतिक योजना और अप्रत्याशित चुनौतियां। तब जाकर हासिल होता है अध्ययन का अनमोल अनुभव।
विश्वविद्यालयों और विद्यार्थियों को महामारी के दौरान मुश्किल परिस्थितियों के अनुरुप खुद को ढालना पड़ा जब सुरक्षा उपायों, सामाजिक दूरी और यात्रा प्रतिबंधों ने विश्वविद्यालयों में पारंपरिक नामांकन को प्रभावित कर दिया।
विद्यार्थी संगठनों से कैंपस में विविधता का निर्माण होता है और उनकी मदद से जीवनपर्यंत बनी रहने वाली स्मृतियों और संबंधों की बुनियाद पड़ती है। भारतीय विद्यार्थी संगठन अमेरिकी और भारतीय विद्यार्थियों के लिए कैंपस में संस्कृतियों और विद्यार्थी जीवन में मेलमिलाप का एक माध्यम हैं।
हर वर्ष अमेरिका, दुनिया के भर के देशों के विद्यार्थियों के लिए अपने दरवाजे खोलता है। ऐसे में इन विद्यार्थियों के लिए भी जरूरी हो जाता है कि वे अमेरिका में अपने अध्ययन की समयावधि में अपनी कानूनी स्थिति को बनाए रखने के लिए जो भी शर्तें हों, उनका ध्यान रखें।
अमेरिकी विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट स्तर का अध्ययन केवल पाठ्यक्रम और शोध के बारे में नहीं है, बल्कि यह नए अनुभवों और आत्मअन्वेषण से भी संबंधित है।
आपका आवेदन ऐसा होना चाहिए जो कुछ अलग-सा दिखे, वह आपकी अभिरुचियों के साथ आपकी क्षमताओं को भी प्रकट करे और आपके व्यक्तित्व का परिचायक बने।
यदि आप विद्यार्थी वीज़ा के आवेदन की तैयारी कर रहे हैं तो आपको अक्सर पूछे जाने वाले ऐसे सवालों के बारे में पहले से मार्गदर्शन ले लेना चाहिए।
अमेरिकी विश्वविद्यालयों में अत्याधुनिक पाठ्यक्रमों, विभिन्न संस्कृतियों से साक्षात्कार और नेटवर्किंग के अवसरों से विद्यार्थियों को वैश्विक कॅरियर के निर्माण के लिए एक मंच तैयार करने में सहायता मिलती है।
उच्च शिक्षा की यात्रा के लिए जब विद्यार्थी खुद को तैयार करता है तब उसके सामने सबसे बड़ा सवाल ऐसे विषय का चुनाव करना होता है जो उसे कुछ नया करने की प्रेरणा दे और उसमें उसे आत्मावलोकन और एक आनंददायी प्रक्रिया की शुरुआत का अनुभव हो सके।
प्रेरणा, महिलाओं और बच्चों को मानव तस्करी के खतरे से बचाने के लिए उनके अधिकारों, उनकी शिक्षा और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के साथ उनके लिए मुखर होने का प्रयास करता है।
सावधानी के साथ की गई तैयारियों से भारतीय विद्यार्थियों को अमेरिकी हवाईअड्डे पर आगमन के बाद की औपचारिकताओं को पूरा करने में दिक्कत नहीं होती।
अमेरिकन राइटर्स म्यूज़ियम की भावना है लेखकों का सम्मान और नवविचारित एवं संवाद से भरपूर प्रदर्शनियों के जरिये लोगों को लिखने-पढ़ने के प्रति प्रेरित करना।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों को राष्ट्रीय ऐतिहासिक लैंडमार्क स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार की ओर से फंडिग उपलब्ध है। यहां बताया गया है कि ऐतिहासिक स्थल कैसे निर्धारित किए जाते हैं।
अमेरिकी दूतावास की सहायता से चलने वाली तमाम पहलों के माध्यम से उत्तर भारत की महिला उद्यमियों को फायदा हो रहा है।
एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय के अधिकारों को लेकर किए गए आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों पर आने वाले यात्रियों को इस समुदाय के अतीत, प्रयासों और संघर्ष के साथ, समय के साथ आए बदलाव के प्रति समझ को भी जाहिर करते हैं।
कोलकाता में अमेरिकी कांसुलेट जनरल की अगुवाई में महिला उद्यमियों के अभिनव उत्साह और कारोबार के विकास को दिशा देने के लिए एक अनोखा प्रशिक्षण शिविर हाइब्रिड स्वरूप में आयोजित किया गया।
सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट भारतीय कारोबारी नवप्रवर्तकों को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और अनमोल अवसरों से जोड़ने का काम करती है।
दिल्ली, चेन्नई, कराची, मैड्रिड और इस्तांबुल जैसे विशाल शहरों में पहले से ही सूखे का बड़ा खतरा महसूस हो रहा है और अगले कुछ वर्षों में कई और क्षेत्रों में यह समस्या पैदा हो सकती है।
आप कौन हैं और किसे प्रेम करते हैं, यह भेदभाव, उत्पीड़न एवं अवसरों और संसाधनों तक असमान पहुंच का औचित्य नहीं हो सकता है।
थिएटर अलायंस, स्टोरी सेंटर और शक्ति वाहिनी के बीच हुई अंतरराष्ट्रीय सहभागिता ने मानव तस्करी के चंगुल से मुक्त युवतियों से जुड़ी दास्तां को कुछ ऐसा मोड़ दिया जिससे कि वे बदलाव की मिसाल बन सकें।
सेफसिटी, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर व्यक्तियों और समुदायों को अपने साथ हुई बदसलूकी की शिकायत दर्ज कराने का मौका देता है ताकि दुनिया को सभी के लिए ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सके।
आपको सबको अधिक ज़रूरत किस चीज़ की है? कई बार, एक साधारण सवाल किसी बड़े विचार का आधार बन जाता है, जिसके चलते महिला सशक्तिकरण और अवसरों की उपलब्धता जैसे मौके पैदा होते हैं।
मीडिया के साथ कला और तकनीक के कुशल इस्तेमाल से ब्रेकथ्रू एक संस्कृति को बदलने में जुटा है और महिलाओं और लड़कियों के महत्व को सामने रख रहा है।
फुलब्राइट-नेहरू स्कॉलर मंजुला भारती के कार्यों में पहचान में उलझी भावनाओं की जटिलता और समान अवसरों की प्राप्ति की यात्रा की झलक मिलती है।
सवेरा, एक नैचुरल वेलनेस कंपनी और सामजिक उद्यम है जो यौन तस्करी की शिकार महिलाओं को रोजगार के मौके मुहैया कराती है।
युवा नेतृत्व परिवर्तन का वाहक होता है, कमजोर समुदायों को सशक्त करता है और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करता है जहां सभी की आवाज़ मायने रखती है।
अमेरिका स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत के पक्ष में है और इस क्षेत्र में समृद्धि को बढ़ाने, जलवायु बदलाव का मुकाबला और लोकतंत्र का साथ देने के लिए कार्यरत है।
दिल्ली की अलाभकारी संस्था शक्ति वाहिनी ने हजारों बच्चों को शोषण और मानव तस्करी के खतरे से बचाने में मदद की है।
मानवाधिकारों पर कंट्री रिपोर्ट वैश्विक स्तर पर जाने-माने व्यक्तियों, नागरिक, राजनीतिक और श्रमिक अधिकारों को ध्यान में रख कर तैयार की जाती है।
अमेरिकी विश्वविद्यालय शिक्षा, समर्थन और मदद के बूते एलजीबीटीक्यूआईए+ विद्यार्थियों के लिए समावेशी परिसर तैयार करने का प्रयास करते हैं।
एक जीवंत अंतरराष्ट्रीय सहभागिता के रास्ते अंग्रेजी भाषा की क्षमता को और अधिक विस्तार देने के साथ भारत में महिलाओं, ट्रांसजेंडर और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के अधिकारों का साथ दिया जा रहा है।
जिन समुदायों में बाल विवाह का चलन है, उनमें परिवारों पर इस परंपरा को जारी रखने के लिए ज़बर्दस्त सामाजिक दबाव होता है।
दुनिया भर में हो रहे विभिन्न शोधों से पता चलता है कि इंटर-एक्टिव गेमों से विद्यार्थियों का ध्यान खींचने और प्रभावी तरीके से उन्हें सीखने के लिए के लिए प्रेरणा मिलती है।
इस वर्ष वर्चुअल जयपुर साहित्य महोत्सव में अमेरिकी दूतावास नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एक सत्र में लेखक जोनाथन सैफरन फोर और पत्रकार जेफरी गेटलमैन के बीच चर्चा हुई कि किस तरह से हमारी दैनिक गतिविधियां जलवायु परिवर्तन को रोकने के प्रयासों में प्रभावी साबित हो सकती हैं।
पर्यावरण संगठन स्वेच्छा अमेरिकी विदेश विभाग की मदद से तकनीक का इस्तेमाल करने के साथ लोगों को प्रेरित कर भारत में पर्यावरण बदलाव के लिए माहौल बना रहा है।
भारत के बटऱफ्लाई मैन इसाक केहिमकर ने फुलब्राइट फेलोशिप के दौरान अमेरिकी गैरसरकारी संस्थाओं का अध्ययन किया था। अपने काम के साथ ही वह यह भी बता रहे हैं कि इस दौरान उन्होंने क्या सीखा।
जलवायु परिवर्तन पर बने एक अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट के अनुसार यदि हमने अभी कदम नहीं उठाए तो भविष्य में अत्यधिक गर्मी, आग लगने और बाढ़ जैसे मौसम के अति प्रभाव देखने को मिलेंगे।
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शहरों में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनुकूलन रणनीति अपनाने की ज़रूरत है।
खाने की बर्बादी को कम करके, संसाधनों के संरक्षण के साथ पर्यावरण को भी फायदा पहुंचाया जा सकता है।
फुलब्राइट़ फेलोशिप के माध्यम से अमेरिकी शोधार्थी जेफ रॉय ने मुंबई के एलजीबीटीक्यू समुदाय की कलात्मक अभिव्यक्ति और पहचान की कशमकश की पड़ताल की है।
फुलब्राइट-नेहरू अकादमिक और प्रो़फेशनल उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित पेटन मैक्डोनॉल्ड भारतीय शास्त्रीय संगीत को पश्चिमी संगीत परंपरा से जोड़ रहे हैं।
फ़िल्म निर्माता आनंदना कपूर द्वारा फुलब्राइट-नेहरू रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत विकसित इंटरएक्टिव मोबाइल डॉक्यूमेंट्री एप महिला अधिकारों के इर्द-गिर्द संवाद में मदद करता है।
भारत में पोलियो का अंत दुनिया को इससे मुक्त करने की दिशा में होगा बड़ा कदम।
जलवायु परिवर्तन के हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी पर पड़ते प्रभाव को इंटरएक्टिव दास्तां के स्वरूप में प्रस्तुत कर लोगों में जागरूकता और कार्रवाई को प्रेरित किया जा सकता है।
क्षमा फर्नांडिस के नेतृत्व में चलने वाली कंपनी नॉर्दर्न आर्क कैपिटल भारत में वंचित परिवारों और व्यवसायों को वित्तीय सहायता तक पहुंच उपलब्ध कराती है।
हार्दिका शाह की किनारा कैपिटल महिला उद्यमियों समेत, हाशिए पर पड़े छोटे कारोबारों को बिना कुछ गिरवी रखे कर्ज मुहैया कराती है।
मिलेनियम अलायंस से सम्मानित कोइयो लैब्स ने भारत में कम संसाधनों वाले ढांचे में शिशुओं की सांस संबंधी दिक्कतों से होने वाली मौतों और वेंटिलेटर से पनपे निमोनिया की रोकथाम के लिए समाधान सुझाए हैं।
दाखिले की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी वे नुस्खे बता रहे हैं जिनसे अपने आवेदन को बढि़या बनाया जा सकता है।
अमेरिकी कलाकार अगस्टिना ड्रोज़ ने फुलब्राइट-नेहरू फेलोशिप के दौरान भारत में सार्थक कलाकृतियां और भित्तिचित्र तैयार किए।
उच्च शिक्षा के लिए सही पाठ्यक्रम और उपयुक्त संस्थान के चुनाव में इन नुस्खों को ध्यान में रखें।
जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के ग्लोबल ह्यूमन डवलपमेंट प्रोग्राम में विद्यार्थियों को दुनिया के विकास से जुड़े असली मुद्दों से रूबरू होने के लिए विविध पृष्ठभूमियों, अनुभवों, पहचानों और दृष्टिकोणों को आधार बनाया जाता है।
नामी पुरस्कार हासिल करने वाले लेखक विजय शेषाद्रि लेखन प्रक्रिया और अपनी चर्चित कविताओं के पीछे छिपे रहस्य के बारे में बता रहे हैं।
उच्च शिक्षा में समावेशी तौर-तरीकों को बढ़ावा देने से बेहतर और प्रेरक माहौल तैयार होता है।
पूर्णिमा खंडेलवाल के आईएनआई फार्म्स ने 5000 छोटे भारतीय किसानों को एक अभिनव योजना फार्म टू फोर्क मॉडल के तहत दुनिया के खुदरा खाद्य विक्रेताओं के साथ जोड़ा है।
यूएसएड के एनजेंडरिंग यूटिलिटीज प्रोग्राम के तहत ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों से संपर्क कर वहां महिलाओं के लिए रोज़गार के अवसर बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा ह
विनीता सूद बेलानी की थिएटर कंपनी एनएक्ट आर्ट्स, थिएटर में दक्षिण एशियाई लोगों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है।
एयरस्वी में भागीदारी करने वाली क्षमा हस्तक सार्थक फ़ाउंडेशन के ज़रिये समाज के आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रही हैं।
अमेरिका में अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की लंबी परंपरा रही है। एक सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि अधिकतर अमेरिकी एलजीबीटीक्यूआई+ अधिकारों का समर्थन करते हैं।
बनर्जी के पास दुनियाभर से लाई गई चीज़ें और सामग्री हैं, जो उनकी अपनी ड्राइंग और पेंटिंग के साथ, विश्व संस्कृति के अलग-अलग आयामों को एकसाथ लाती हैं और विमर्श को निमंत्रित करती हैं। फोटो साभार: रीना बनर्जी
विभिन्न शोधों से भी यह बात सामने आई है कि महिलाओं के सशक्तिकरण से सभी को फायदा पहुंचता है। मैकिंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर हर देश कारोबारी नेतृत्व के मामले में महिलाओं की संख्या बढ़ा सके तो दुनिया में खरबों डॉलर की आय और बढ़ाई जा सकती है।
फ़ुलब्राइट-नेहरू एकेडमिक एंड प्रोफ़ेशनल एक्सीलेंस फ़ेलो हरजंत गिल फ़िल्मांकन के दौरान। साभार: हरजंत गिल
नेक्सस इनक्यूबेटर से प्रशिक्षित लेट्सएंडॉर्स सामाजिक नवप्रवर्तनों के लिए नेटवर्किंग मंच उपलब्ध कराता है, जहां वे अन्य लोगों से जुड़कर समुदायों को लाभ पहुंचा सकते हैं।
प्रीति वासुदेवन ने 2018 में छह भारतीय शहरों में अपनी एकल कला ‘‘स्टोरीज़ बाइ हैंड’’ प्रस्तुत की। फोटोग्राफ: मारिया बरानोवा
फुलब्राइट स्कॉलर तृप्ति जैन के सामाजिक उद्यम द्वारा विकसित भुंगरू सिंचाई प्रणाली एक ऐसा अभिनव प्रयोग है जो जलवायु में बदलाव का दंश झेल रहे किसानों को समृद्धि का मौका उपलब्ध करा रहा है।
फुलब्राइट-नेहरू फेलो मीना पिल्लै इस बात की पड़ताल कर रही है कि डिजिटल संचार माध्यमों के विकास से सामाजिक कार्यकर्ता किस तरह महिला अधिकारों के लिए काम कर पा रहे हैं।
खेतवर्क्स, सौर ऊर्जा से चलने वाला ऐसा भरोसेमंद सिंचाई उपकरण बनाता है जिससे छोटे खेतों वाले किसान पूरे साल खेती कर सकते हैं और ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
सम्प्रीति भट्टाचार्य ने ऐसे ड्रोन विकसित किए हैं, जो न सिर्फ गहरे पानी में बचाव अभियानों और नई खोजों में मददगार साबित होंगे, बल्कि समुद्र के भीतर रेडियोधर्मिता के रिसाव से भी बचा सकेंगे
पृथ्वी की निगरानी के लिए नासा और इसरो के संयुक्त अभियान निसार का उद्देश्य हमारे ग्रह की सतह पर होने वाले बदलावों के आकलन के अलावा प्राकृतिक आपदाओं और वैश्विक पर्यावरण में परिवर्तनों का अध्ययन करना भी है।
भारतीय-अमेरिकी खगोल विज्ञानी मधुलिका गुहाठाकुर्ता नक्षत्र भौतिकी में अपनी दिलचस्पी और कड़ी मेहनत से नासा में अपनी कामयाबी के बारे में बता रही हैं।
यूएसएड इंडिया का ग्रीनिंग द ग्रिड प्रोग्राम बड़े स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा को भारत के मौजूदा बिजली ग्रिड से जोड़ने में मदद कर रहा है।
फुलब्राइट-नेहरू फेलो लॉरेन वीक ने परामर्श से जुड़े विभिन्न पहलुओं और भारत के उद्यमिता परिदृश्य पर इसके प्रभाव पर शोध किया है।
भारत में छतों पर सौर ऊर्जा के उपकरण लगाने के लिए यूएसएड और डीएफसी ने कर्ज देने का कार्यक्रम शुरू किया है जिससे यहां भरोसेमंद स्वच्छ और किफायती ऊर्जा के स्रोत का दायरा बढ़ेगा।
स्मार्ट पॉवर के माध्यम से बिजली को लेकर भरोसे और कनेक्टिविटी (स्पार्क) को आगे बढ़ाने से भारत के पॉवर ग्रिड की कुशलता और विश्वसनीयता को गति देने, स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने और जलवायु संकट से निपटने में मदद मिल रही है।
लांजाटेक की तकनीक कार्बन कचरे से उपयोगी उत्पाद तैयार करती है जिससे ग्रीनहाउस गैसों को कम करने और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है।
यदि भारतीय किसानों को समय रहते मौसम के बारे में चेतावनी मिल जाए तो वे जोखिम को कम कर सकते हैं। यूएसएड और स्काईमेट वेदर सर्विसेज की भागीदारी में स्थापित स्वचालित मौसम केंद्र यही काम कर रहे हैं।
लग्नजिता मुखोपाध्याय को अपनी कविताओं के लिए बहुत-से सम्मान हासिल हुए हैं। साभार: लग्नजिता मुखोपाध्याय
रेनक्यूब तकनीक प्रोटोटाइप। इस स्टार्ट-अप ने मोशन फ्री ऑप्टिकल ट्रैकिंग तकनीक विकसित की है जिससे सौर पैनल पर सूर्य की रोशनी की दिशा में तब्दीली लाकर उसकी क्षमता में अच्छी बढ़ोतरी की जा सकती है। फोटोग्राफ: साभार रेनक्यूब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में कैलिफ़ोर्निया की यात्रा के दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचई से मुलाकात की। फोटोग्राफ: मैरिको जोस सांचेज ©एपी इमेजेज
डॉ. सोन्जा क्लिंस्की ने आईआईटी दिल्ली में स्कूल ऑफ़ पब्लिक पॉलिसी के संस्थापक प्रमुख प्रोफ़ेसर अंबुज सागर से गठजोड़ किया। एकेडमिक जरनल का ऐसा विशेषांक निकालने के लिए जो जलवायु परिवर्तन पर क्षमता निर्माण और विकास नीति पर केंद्रित हो। फोटोग्राफ: डॉ. क्लिंस्की (बाएं) और प्रोफेसर सागर (दाएं)
आफरीन हुसैन हवाई में अपनी फुलब्राइट-कलाम क्लाइमेट फेलोशिप के दौरान कोरल नर्सरी से नमूने एकत्र करती हुईं। फोटोग्राफ साभार: आफरीन हुसैन
राष्टपति जो बाइडन अप्रैल 2021 में व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से जलवायु पर आयोजित वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए। फोटोग्राफ: इवान वुचि©एपी इमेजेज
आदर्श नटराजन आइंड्रा सिस्टम्स की सर्वअस्त्र जांच तकनीक के साथ। इसके तीन हिस्से हैं- आइंड्रा आईएस (बाएं से), आइंड्रा विज़नएक्स और आइंड्रा अस्त्र। फोटोग्राफ: साभार आदर्श नटराजन
हना लाइडर ने स्वास्थ्य सखी पर काम किया जो एक एप आधारित प्लेटफ़ॉर्म और चूड़ी की तरह पहना जाने वाला डाटा स्टोरेज उपकरण है, जिसमें हर रोगी की पहचान के लिए क्यूआर कोड समाहित होता है और चिकित्सा रिकॉर्डों के लिए लिंक उपलब्ध कराता है। फोटोग्राफ साभार: डॉ. मोनालिसा पाधी
नई दिल्ली में मार्च 2021 में भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय टीबी डिविज़न द्वारा आयोजित विश्व टीबी दिवस कार्यक्रम में ट्रेस-टीबी का स्टॉल। फोटोग्राफ: साभार यूएसएड
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रोजेक्ट संवाद के मां-बच्चे के स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य और परिवार नियोजन पद्धतियों के वीडियो प्रदर्शित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। फोटोग्राफ: साभार डिजिटल ग्रीन
जनवरी 2021 में भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय को समर्पित पहले क्लीनिक को हैदराबाद में शुरू किया गया, जिसे यूएसएड की सहभागिता में चलाया जा रहा है। फोटोग्राफ: साभार एक्सीलरेट
एक-दूसरे देशों की जनता के बीच मज़बूत संबंधों का इतिहास 200 सालों से भी ज़्यादा पुराना है। यह अमेरिका के शुरुआती दिनों और भारत की आज़ादी से काफी पहले की दास्तां है।
मार्टिन लूथर किंग, जूनियर राष्ट्रीय ऐतिहासिक स्थल की यात्रा का अर्थ है इतिहास और बराबरी की भावना का सम्मान।
अमेरिका में लोकप्रिय होते नए व्यंजन इस देश की विविधता तो दर्शाते ही हैं, आप्रवासी समूहों के प्रभाव का भी अहसास कराते हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रोग्राम के तहत पूर्वोत्तर भारत की महिला उद्यमियों को अपने उपक्रमों को बढ़ाने, पूंजी जुटाने और साथी कारोबारियों से नेटवर्किंग करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
अमेरिका में शिक्षा पाने वाले अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों में भारतीयों की संख्या अच्छी-खासी है। वे अपने संस्थानों को अहम और विविध नज़रिया प्रदान करते हैं