एचआईवी देखभाल लिए ऑनलाइन सेवा

यूएसएड की सहायता से चलने वाला ऑनलाइन पोर्टल सेफ ज़िंदगी जोखिम वाले एचआईवी समुदायों को एक सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करने के अलावा दवाओं, परामर्श और रेफरल तक उनकी पहुंच को आसान बनाता है।

जैसन चियांग

अगस्त 2023

एचआईवी देखभाल लिए ऑनलाइन सेवा

सेफ ज़िंदगी का एक यौन स्वास्‍थ्य प्रबंधक एचआईवी सेल्फ-टेस्टिंग प्रक्रिया के बारे में बताते हुए। (फोटोग्राफः साभार सेफ ज़िंदगी)

जोखिम वाले एचआईवी समुदाय कई बार व्यक्तिगत सेवाएं लेने में हिचकते हैं, साथ ही वे अक्सर ऑनलाइन संसाधनों से भी अनजान होते हैं, जहां उन्हें अपनी पहचान को गोपनीय रखने का फायदा मिल सकता है। सेफ ज़िंदगी, अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) और अमेरिकी प्रेसिडेंट्स इमरजेंसी प्लान फॉर एड्स रिलीफ (पेपफार) द्वारा वित्तपोषित एक ऑनलाइन पोर्टल है जो भारत में एचआईवी देखभाल और सेवाएं प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म भारत के राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के साथ साझेदारी में प्रोजेक्ट एक्सेलरेट के माध्यम से कार्यान्वित किया गया है।

सेफ जिंदगी के पास प्रशिक्षित यौन स्वास्थ्य प्रबंधकों की एक टीम है जो व्यक्तिगत रूप से और अपरोक्ष रूप से भी सवालों के जवाब देती है, परामर्श देती है और उपयोगकर्ताओं को डॉक्टरों और स्वास्थ्य केंद्रों से जोड़ती है। यह प्लेटफॉर्म पूरे भारत के 23 शहरों में सक्रिय है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

सुरक्षित स्थान

दीया एक ट्रांसजेंडर महिला हैं। वह सेफ ज़िंदगी में दो सालों से ज्यादा समय से एक यौन स्वास्थ्य प्रबंधक हैं। उन्होंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने संघर्ष और ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ अपने जुड़ाव को साझा करने के लिए किया। उनका कहना है, ‘‘मैं अब अपनी कहानियों, निजी अनुभवों और संघर्षों को सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करने में सक्षम हूं, इससे मुझे यह भी अहसास हुआ कि मेरे जैसे संघर्ष करने वाले और भी बहुत से लोग हैं।’’ वह कहती  हैं, ‘‘मैंने सेफ जिंदगी के मंच का इस्तेमाल लोगों को सुरक्षित सेक्स और असुरक्षित सेक्स के जोखिम के बारे में शिक्षित करने और संघर्षरत लोगों की मदद के लिए एक आधार को तैयार करने में किया।’’

उनका कहना है कि सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म खासतौर पर ट्रांस महिलाओं के लिए अपनी कहानियों को साझा करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। वह कहती हैं, ‘‘अगर हम सुरक्षित स्थान ढूंढने में असमर्थ हैं तो यह हमारी रचनात्मकता, स्वतंत्रता, संवाद, संलग्नता एवं साझा करने जैसे मानवीय स्वभाव पर असर डालती है।’’

आसान पहुंच

अर्जुन (बदला हुआ नाम) 25 वर्ष के हैं और वह एक ट्रांसजेंडर पुरुष हैं। वह सेफ ज़िंदगी से जुड़े एक यौन स्वास्थ्य प्रबंधक के मित्र हैं जिसकी मदद से उसके लिए इस वेबसाइट तक पहुंचना और एचआईवी की सेल्फ टेस्टिंग किट के लिए ऑर्डर करना संभव हो सका। उसके लिए, अब सेफ ज़िंदगी के संसाधनों तक पहुंचना किसी क्लीनिक या लैब जाने से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।

परीक्षण कराने के बाद, अर्जुन ने सेफ ज़िंदगी के सोशल मीडिया हैंडल को देखा और उस पर एचाईवी सेवाओं के लिए प्रशस्तियों को पाया। वह कहते हैं, ‘‘अनुभव साझा करने वाले छोटे वीडियो बहुत इंटरएक्टिव थे। एक तरह से वे परीक्षण और उसके बाद की प्रक्रियाओं के बारे में आपके सवालों के जवाब हुआ करते हैं।’’

सामुदायिक चुनौतियां

बॉबी (बदला हुआ नाम) एक शेफ हैं और वह एक ट्रांसजेंडर महिला हैं। वह एचआईवी और यौन संचारित संक्रमणों के बारे में और अधिक जानना चाहती थीं। उन्होंने एचआईवी सेल्फ टेस्टिंग किट बुक करने के लिए सेफ ज़िंदगी के पोर्टल का इस्तेमाल किया और एक वर्चुअल काउंसलर के साथ बातचीत का कार्यक्रम तय किया। बॉबी के मन में दूसरे ऑनलाइन मंचों या सुविधाओं की खोज के मामले में झिझक थी। वह बताती हैं, ‘‘एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय की चुनौतियां दूसरों से अलग हैं। इसे संजीदगी से हल करने और इसका रास्ता निकालने की ज़रूरत है। इसके लिए हमारे समुदाय के बारे में सटीक जानकारी की आवश्यकता है।’’

रोकथाम के उपाय 

तुलसी (बदला हुआ नाम) 30 साल की ट्रांसजेंडर सेक्स वर्कर हैं। उन्होंने एचआईवी टेस्टिंग किट मंगाने के लिए पहली बार सेफ ज़िंदगी पोर्टल का इस्तेमाल किया। यह वह समय था जब उन्होंने एचआईवी सेल्फ टेंस्टिंग किट के बारे में जाना। उनकी जांच निगेटिव आने के बाद, उनके यौन स्वास्थ्य प्रबंधक ने उन्हें सेफ ज़िंदगी के प्रिएप (प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस) मैनेजर से मिलवाया।

वह बताती हैं, ‘‘मेरे काउंसलर ने मुझे एचआईवी से बचाव के लिए प्रिएप के विकल्प के बारे में समझाया और मुझे कंडोम के अलावा इसके इस्तेमाल की सलाह दी। मुझे इस बारे में और अधिक जानकारी की जरूरत थी, लिहाजा मैं तुरंत सेफ ज़िंदगी के प्रिएप मैनेजर से जुड़ गई।’’

सेफ ज़िंदगी पात्र उम्मीदवारों को रियायती दरों पर प्रिएप प्रदान करता है। इससे तुलसी जैसे लोगों के लिए दवा का खर्च कम हो जाता है। वैसे भी तुलसी इस प्लेटफॉर्म से बहुत खुश हैं और उसने अपने पांच साथियों को सेफ ज़िंदगी के लिए रेफर किया है। वह कहती हैं, ‘‘सेफ ज़िंदगी जैसी सेवाओं की उपलब्धता से मुख्यधारा के समुदायों में भी इन विकल्पों के बारे में जागरूकता बढ़ सकती है।’’

जैसन चियांग स्वतंत्र लेखक हैं। वह सिल्वर लेक, लॉस एंजिलीस में रहते हैं। 


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