क्वाड भागीदारी: बढ़ती समझ

नीति विश्लेषक सुचारिता भट्टाचार्जी ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित क्वाड लीडर्स लीड ऑन डिमांड कार्यक्रम के माध्यम से अपने एडवोकेसी कौशल को और बेहतर करते हुए हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में अपनी रणनीतिक समझ को और गहराई दी।

नतासा मिलास

मार्च 2024

क्वाड भागीदारी: बढ़ती समझ

सुचारिता भट्टाचार्जी (दूसरी पंक्ति, बाएं) स्टैनफ़र्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया में अन्य क्वाड फ़ेलो के साथ।
(फोटोग्राफः साभार सुचारिता भट्टाचार्जी)

नीति विश्लेषक और कंज्यूमर यूनिटी एंड ट्रस्ट सोसायटी (कट्स) इंटरनेशनल की उप प्रमुख सुचारिता भट्टाचार्जी सदाजीवी विकास, एनर्जी ट्रांजिशन, डिजिटल दौर में गलत जानकारी और क्षेत्रीय एकीकरण जैसे मसलों पर फोकस करती हैं। कट्स इंटरनेशनल में शामिल होने से पहले उन्होंने भाररतीय उद्योग परिसंघ यानी सीआईआई में पॉलिसी एडवोकेसी पर काम किया। 2023 में भट्टाचार्जी ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित क्वाड लीडर्स लीड ऑन डिमांड (एलएलओडी)प्रोग्राम में सहभागिता की, जिसे चिंतन समूहों के नेतृत्वकर्ताओं को एकसाथ लाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका मकसद क्वाड सहयोग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर संदेश में तारतम्यता लाना, और क्वाड साझेदारी के फायदों के बारे में मेज़बान सरकारों और दूसरे पक्षों के बीच समझ को बढ़ाना है।

प्रस्तुत है उनसे साक्षात्कार के प्रमुख अंश :

क्या आप हमें कट्स इंटरनेशनल में अपने काम के बारे में बताएंगी

कट्स इंटरनेशनल वैश्विक नीति से संबंधित 40 साल पुराना चिंतन समूह है जो एनर्जी ट्रांजिशन और व्यापार सुविधा से लेकर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और उपभोक्ता सशक्तिकरण जैसे कई मुद्दों पर काम रहा है।

मैं कट्स कलकत्ता रिसॉर्स सेंटर से संबद्ध हूं जो मुख्य रूप से क्षेत्रीय एकीकरण, ऊर्जा और सदाजीविता एवं उपभोक्ता सशक्तिकरण एवं सुरक्षा पर काम करता है। मैं डवलपमेंट सेक्टर स्ट्रेटेजिस्ट हूं और मैं सेंटर में ऊर्जा, ई-मोबिलिटी और मीडिया साक्षरता शाखा का नेतृत्व करती हूं।

मै उन चुनिंदा परियोजनाओं का हिस्सा रही हूं जो यह देखती हैं कि विशिष्ट नदी क्षेत्रों में पानी, भोजन, ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र आपस में कैसे जुड़े हुए हैं। मैंने लोगों को मीडिया के बारे में शिक्षित करने और स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने पर भी काम किया है। मैं लाभार्थियों के लक्षित समूहों के विचार, अनुसंधान, कार्यान्वयन और क्षमता निर्माण जैसे कामों में शामिल रही हूं। मौजूदा समय में मैं विभिन्न स्तरों पर सरकारों के साथ इन मसलों पर बेहतर नीतियों की पैरोकारी पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं।

क्या आप हमें क्वाड एलएलओडी में अपनी सहभागिता के बारे में बता सकती हैं

प्रतिनिधिमंडल में ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के थिंक टैंक एवं शिक्षा जगत के 20 प्रतिनिधि शामिल थे। हमने शिक्षा, उभरती महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, रक्षा, स्मार्ट सिटी, औद्योगिक सहयोग और महिलाओं के सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्वाड के भागीदारों के बीच संभावित सहयोग पर चर्चा की। चर्चा में जलवायु परिवर्तन का मसला जोर-शोर से उठा और इससे निपटने में स्वच्छ ऊर्जा को तुरंत बढ़ावा देने पर बल दिया गया। समाज में विभिन्न स्तरों पर चुनौतियों से निपटने की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। हमने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर मजबूत सरकारी नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन के बारे में बात की। अमेरिकी प्रखंड के बाद तीन अन्य क्वाड देशों में भी इसी तरह के कार्यक्रम चलाए गए। मैंने भारत और ऑस्ट्रेलिया प्रखंड में सहभागिता की।

क्या आप अमेरिका की अपनी एक्सचेंज यात्रा के बारे में अपने अनुभवों को विस्तार से समझा सकती हैं

हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में युनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में आयोजित एक गोलमेज परिचर्चा में हिस्सा लिया। चर्चा में भाग लेने के लिए प्रत्येक देश से एक प्रतिनिधि को चुना गया था। मेरे लिए इस समूचे एक्सचेंज प्रोग्राम का मुख्य आकर्षण प्रमुख क्षेत्रों में क्वाड देशों के बीच सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा के लिए पैनल में भारत का प्रतिनिधित्व करना था।

हमने वॉशिंगटन,डी.सी. में सेंटर फॉर सिक्योरिटी एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के सेशन में भाग लिया जो चीन के विज्ञान और प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) निवेश रुझानों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एआई कूटनीति पर केंद्रित था।

हमने स्टैनफ़र्ड यूनिवर्सिटी के वॉल्टर एच. शोरेनस्टीन एशिया-पैसेफिक रिसर्च सेंटर में अर्जन तारापोर के साथ बहुत ही सार्थक चर्चा की जिसमें उन्होंने दक्षिण एशिया में सुरक्षा मुद्दों और व्यापक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तेजी से विकसित हो रहे रणनीतिक परिदृश्यों के बारे में बातचीत की।

कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कली में मैंने फेडरल रिलेशंस ऑफिसर क्लेरिसा भार्गव के नेतृत्व में लॉरंस बर्कली नेशनल लैबोरेटरी में एक चर्चा में हिस्सा लिया। चर्चा में लैबोरेटरी द्वारा स्वच्छ ऊर्जा और वैश्विक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं पर विशेष रूप से फोकस किया गया।

कुल मिलाकर, इस एक्सचेंज प्रोग्राम का एक मुख्य उद्देश्य भिन्न सोच या भिन्न विचारधाराओं को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों का एक क्वाड केंद्रित समुदाय बनाना था। हमें क्वाड के उद्देश्यों और उससे अपेक्षाओं के बारे में भी स्पष्टता मिली।

क्वाड एलएलओडी प्रोग्राम में मिले अनुभव से आपको एक पेशेवर के रूप में किस तरह से मदद मिली

इससे नेटवर्किंग के अलावा जानकारियों को साझा करने और सहभागी तलाशने में काफी मदद मिली। इस तरह के अनुभव से मैंने अपने मौजूदा कौशल को बढ़ाने की कोशिश की। उदाहरण के लिए मल्टीमीडिया के उपयोग पर एक विस्तृत कार्यशाला ने मुझे नीतिगत दास्तां को कहने की बारीकी को समझने में मदद की।  और अब तो मैंने अपने कार्यक्षेत्र में स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशंस और पॉलिसी ए़डवोकेसी की दृष्टि से नई अर्जित तकनीकों पर अमल भी शुरू कर दिया है।

ग्रुप डिस्कशन अभ्यास के दौरान हमने यह समझने के लिए केस स्टडीज़ के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की कि किस तरह से नीतियों की जरूरत विकसित होती है। हमने क्वाड या  हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों का चयन किया और उन मुद्दों से संबंधित डेटा सेट पर शोध किया। मैंने दक्षिण एशिया में सुरक्षा मुद्दों और व्यापक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तेजी से विकसित हो रहे रणनीतिक परिदृश्य की गहरी समझ विकसित की जिससे मुझे अपने मौजूदा कार्यों के आलोचनात्मक मूल्यांकन में मदद मिली।

मेरे लिए एक बड़ी सीख यह थी कि जटिल वैज्ञानिक विचारों को व्यापक दर्शक वर्ग तक कैसे पहुंचाया जा सकता है। क्वाड फेलो के रूप में हमने संगठन और वैयक्तिक, दोनों स्तरों पर गठबंधन तलाशना शुरू कर दिया है। इस एक्सचेंज प्रोग्राम ने क्वाड साझेदारी पर काम कर रहे चिंतन समूह पेशेवरों को भी साथ लाने में मदद की है।

नतासा मिलास स्वतंत्र लेखिका हैं और न्यू यॉर्क सिटी में रहती हैं।


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