सूचनाओं की व्याख्या

इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स के क्षेत्र में तेज़ी से वृद्धि के चलते सांख्यिकी ग्रेजुएट की मांग में काफी वृद्धि हुई है।

जैसन चियांग

जुलाई 2019

सूचनाओं की व्याख्या


यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा के स्कूल ऑफ़ स्टैटिस्टिक्स में शिक्षक और ‌विद्यार्थी पूरे कैंपस और विश्वभर में गठजोड़ के ज़रिये काम करते हैं। इनमें शोध समूह और ‌ स्‍थानीय कंपनियां शामिल हैं। फोटोग्राफः साभार यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा 

सांख्यिकी विज्ञान को आमतौर पर आंकड़ों से अध्ययन के विज्ञान के  साथ मापन, नियंत्रण और जोखिम की सूचना के विज्ञान के रूप में भी जाना जाता है। यह नवीन वैज्ञानिक और सामाजिक परिवर्तनों को दिशा देने के अलावा महत्वपूर्ण निर्णयों की भी सूचना देता है। इस डिजिटल युग में सांख्यिकीविदों के पास अध्ययन के नए क्षेत्रों की दिशा में काम करने के लिए आज उतने डेटा हैं जो पहले कभी भी उपलब्ध नहीं थे। फोर्ब्स पत्रिका में छपे एक लेख के अनुसार रोजाना 2.5 क्विंटिलियन बाइट डेटा तैयार होता है और दुनिया भर में इंटरनेट  ऑफ़ थिंग्स के विस्तार के साथ यह ऱफ्तार भी तेजी से बढ़ती जा रही है।

सांख्यिकी के प्रोग्रामों का जोर डेटा संग्रह, टेबुलेशन, विश्लेषण और फिर उसकी व्याख्या पर रहता है। इसके ग्रेजुएट आमतौर पर कारोबार, एकेडमिक्स, उद्योग, सरकारी क्षेत्र, औषधियों, प्रकाशन और वैज्ञानिक शोध के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में कॅरियर बनाने की सोचते हैं। अमेरिकी ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, मई 2018 में एक स्टैटीशियन की सालाना कमाई का औसत 92,600 डॉलर (करीब 62 लाख रुपये) था।

डेटा आधारित विश्लेषण और सांख्यिकी विश्लेषण दुनिया भर के उद्योगों में महत्वपूर्ण होता जा रहा है। मिनेसोटा यूनिवर्सिटी (यूएमएन) के स्कूल ऑफ स्टैटिस्टिक्स और बेलर यूनिवर्सिटी, टेक्सास के सांख्यिकी विज्ञान विभागों में ऐसे प्रोगामों के उदाहरण हैं जिनमें भारतीय विद्यार्थियों की दिलचस्पी हो सकती है।

पुराना और स्थापित

वर्ष 1851 में बना यूएमएन मिनियापॉलिस में जन शोध विश्वविद्यालय है। यूएमएन में 130 देशों के 7,000 से ज़्यादा विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।

इसके शिक्षक और विद्यार्थी कैंपस और दुनिया भर में गठजोड़ कर ढेर सारी नई सूचनाओं के तात्पर्य को खोजने में लगे हैं। इस तरह के शोध में न सिर्फ मौजूदा ज्ञात सांख्यिकीय मॉडलों और प्रक्रियाओं की जरूरत पड़ती है बल्कि नई और पैदा होती चुनौतियों के लिए कई बार नए मॉडल को तैयार और विकसित करने के अलावा नई प्रक्रियाओं और सॉ़फ्टवेयर को विकसित करना होता है।

यूएमएन स्कूल ऑफ स्टैटिस्टिक्स के प्रशासक मैथ्यू डेंजेल के अनुसार, ‘‘हमारे पाठ्यक्रमों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त अध्यापक पढ़ाते हैं। इसमें अमेरिकन स्टैटिस्टिकल एसोसिएशन, इंस्टूट्यूट ऑफ मैथेमेटिकल स्टैटिस्टिक्स और इंटरनेशनल स्टैटिस्टिकल इंस्टीटट्यूट जैसे बड़े सांख्यिकी संस्थानों के चुने गए फेलो शामिल होते हैं। कई फैकल्टी सदस्य तो तमाम प्रतिष्ठित जरनल के संपादक या सह संपादक थे या हैं। कई प्रोफेसर तो अध्यापन के क्षेत्र में विशेष दक्षता के कारण कई पुरस्कार पा चुके हैं।’’ वह यह भी बताते हैं कि इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन स्टैटिस्टिक्स एंड इट्स अप्लीकेशंस (आईआरएसए) के माध्यम से संस्थान अंतरविषयक गठजोड़ और पेशेवर विकास को बढ़ावा देने के काम को प्रोत्साहित करता है। वह बताते हैं, ‘‘विद्यार्थियों को आईआरएसए के स्टैटिस्टिकल काउंसलिंग सेंटरों में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जहां उन्हें वास्तविक दुनिया की कई चुनौतियों से जूझने का मौका दिया जाता है। डेंजेल का कहना है, ‘‘इसके अलावा विद्यार्थियों को आईआरएसए की काफ्रेंसों में भाग लेने का सीधे मौका देने के साथ कार्यशालाओं और लघु पाठ्यक्रमों तक सीधी पहुंच दी जाती है। यहां वे सांख्यिकी और डेटा साइंस के बारे में अपने ज्ञान का इस्तेमाल 21 सदी की विषम चुनौतियों से निपटने में कर सकते हैं।’’

नवीन और नवप्रवर्तित

बेलर यूनिवर्सिटी एक निजी विश्वविद्यालय है जहां 91 विभिन्न देशों के 17,000 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं। हालांकि यूनिवर्सिटी में वर्ष 1991 में पहले सांख्यिकी में पीएच.डी. और फिर मास्टर ऑफ आर्ट्स (अब मास्टर ऑफ साइंस) की डिग्री शुरू की गई। सांख्यिकी में अंडरग्रेजुएट बैचलर ऑफ साइंस डिग्री वर्ष 2005 में शुरू की गई। उसके बाद से इन प्रोग्रामों में लगातार विद्यार्थियों की दिलचस्पी और तादाद बढ़ती जा रही है। ग्रेजुएट स्कूल में दाखिला लेने वाले और पेशेवर अवसरों की तलाश करने वाले तमाम विद्यार्थियों के लिए सांख्यिकी में एक माइनर कोर्स की शुरुआत भी की गई है।

यह विभाग सभी स्तरों पर सांख्यिकी की गुणवत्ता युक्त पढ़ाई मुहैया कराता है ताकि सांख्यिकीय ज्ञान की खोज और उसके प्रसार के काम में मदद हो सके और समाज की जरूरतों के प्रति संवेदी, समर्पित स्कॉलरों, दक्ष पेशेवरों और शिक्षित नेतृत्व को विकसित किया जा सके।

सांख्यिकी विज्ञान की वरिष्ठ प्राध्यापक और अंडरग्रेजुएट प्रोग्रामों की निदेशक जीन हिल का कहना है, ‘‘हमारा पाठ्यक्रम ऐसा है जो सिद्धांतों और प्रक्रियाओं, दोनों का ध्यान रखता है और इसमें आधुनिक कंप्यूटेशनल तरीकों पर बहुत जोर दिया जाता है।’’ वह स्पष्ट करती हैं, ‘‘बेलर यूनिवर्सिटी का मिशन पुरुषों और महिलाओं को इस तरह से शिक्षित करना है ताकि वे विश्वव्यापी नेतृत्व और सेवा का काम कर सकें।’’

जैसन चियांग स्वतंत्र लेखक हैं। वह सिल्वर लेक, लॉस एंजिलीस में रहते हैं।


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