छोटा निवेश, अधिक लाभ

वंडर वैगन वाहन बेड़े के मालिकों को अपने महत्वपूर्ण व्यावसायिक निर्णयों को लेने में मदद करता है और रीयल टाइम डेटा उपलब्ध करा कर परिचालन लागत घटाने में सहायता करता है।

ट्रेवर लॉरेंस जॉकिम्स

सितंबर 2022

छोटा निवेश, अधिक लाभ

वंडर वैगन प्लेटफ़ॉर्म ट्रकों के बेड़े के मालिकों को अपने वाहनों को ट्रैक करने और मोबाइल एप के माध्यम से उनका प्रबंधन करने में मदद करता है।प्रसन्‍नापिक्स/आइ्रस्टॉक/गेटी इमेजेज

इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) वास्तव में एक बहुत ही सरल अवधारणा है। इसका सीधा मतलब है चीजों को इंटरनेट से जोड़ देना। यह चीजें कैसी भी हो सकती हैं जैसे, कोई पालतू जानवर जिसमें लोकेशन चिप लगाई गई हो या फिर सेंसर लगा ऐसा वाहन जिसमें टायर में हवा का प्रेशर बहुत कम होने पर उसकी जानकारी चालक को देने वाली चीजें। इसके लिए सेंसर, प्रोसेसिंग की क्षमता, सॉ़फ्टवेयर और एक हार्डवेयर डिवाइस चाहिए जो इंटरनेट के जरिए डेटा को भेज और ग्रहण कर सके या फिर उसे दूसरे संचार नेटवर्क जैसे कि ब्लू टूथ के माध्यम से दूसरे डिवाइस या सर्वर पर भेज सके।

इस तरह की डिवाइस की पहली मिसाल 1982 में कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी की एक कोक मशीन थी, जो एक सर्वर के जरिए अपनी इनवेंटरी संबंधी सूचनाओं को साझा करने में सक्षम बनी। हाल के उदाहरणों में स्मार्ट होम फीचर को शामिल किया जा सकता है जैसे कि, एयरकंडीशनर और प्रकाश व्यवस्था, या फिर वृद्धों की देखभाल वाले उपकरण और छाते जो आपको यह बता सकते हों कि कब बारिश हो सकती है। ऐसे उपकरण लगातार बढ़ रहे हैं और यह संचार क्षमता वाले स्मार्ट उपकरणों के असीमित विस्तार की संभावनाओं को अपने में समेटे है।

नई दिल्ली स्थित स्टार्ट-अप वंडर वेगेन ने आईओटी को सॉ़फ्टवेयर से जोड़कर उसे सॉ़फ्टवेयर एज़ ए सर्विस यानी सास के साथ जोड़ दिया है ताकि न्यूनतम खर्च में सिर्फ एक बार खर्च करकेअपने वाहन में एक ऐसा  हार्डवेयर लगवा सकें जिससे कि उसका यूजर उसे ट्रैक कर सके, उसकी निगरानी कर सके और उससे संबंधित डेटा का विश्लेषण कर सके। इसे आसान शब्दों में कहा जाए तो, वंडर वैगन स्मार्ट व्हीकल एप के जरिए व्यावसायिक वाहन बेड़े का मालिक अपने वाहनों के बारे में सभी महत्वपूर्ण सूचनाएं हासिल कर सकता है जैसे कि, ईंधन का इस्तेमाल, ऱफ्तार, निगरानी और दूसरी जानकारियां।

नई दिल्ली में लॉंच हुए वंडर वैगन की निगाह अब वैश्विक स्तर पर है। इसे वर्ष 2019 में इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिराग सोखल और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अविनाश आनंद और जतिन मालवाल ने मिलकर शुरू किया। इस स्टार्ट-अप में मैकेनिकल इंजीनियर, कंप्ययूटर साइंस विशेषज्ञों और सेल्स एवं ऑपरेशन विशेषज्ञों की तालमेल वाली टीम थी। वंडर वैगन अमेरिकन सेंटर नई दिल्ली में 14 वें नेक्सस इनक्यूबेटर स्टार्ट-अप हब के समूह का हिस्सा था।

कम निवेश, ज़्यादा लाभ

वंडर वैगन के इस्तेमाल का सबसे बड़ा फायदा वाहन बेड़ों के मालिकों के लिए संचालन खर्च में होने वाली कमी है। जैसा कि मालवाल स्पष्ट करते हैं, ‘‘वंडर वैगन आईओटी आधारित एक सेवा प्रदाता सॉ़फ्टवेयर प्लेटफॉर्म है जिससे वाहन बेड़ों के मालिकों को अपने वाहनों के प्रभावी प्रबंधन में मदद मिलती है, साथ ही परिचालन खर्च में भी 30 प्रतिशत तक बचत हो सकती है।’’

मालवाल यह भी स्पष्ट करते हैं, ‘‘यह सब कुछ ईंधन निगरानी प्रणाली के माध्यम से प्राप्त किया जाता है जो ईंधन के इस्तेमाल को ट्रैक करता है और 99.5 प्रतिशत तक सटीक रीयल टाइम में ईंधन चोरी का पता लगा सकता है।’’ यह सब वह कैसे हो पाता है? इस बारे में मालवाल बताते हैं, ‘‘हम वाहन में कम्युनिकेशन हब के साथ एक विशेष ईंधन सेंसर लगा देते हैं और उसे आपके मोबाइल से जोड़ देते हैं। यह सातों दिन 24 घंटे काम करता है और ईंधन चोरी को रोकने में वाहन बेड़ों के मालिकों की मदद करता है।’’

प्रति वर्ष दुनिया भर में अनुमानित तौर पर 133 अरब डॉलर का ईंधन चोरी होता जिसमे वाहनों से चोरी किया गया ईंधन भी शामिल है। वंडर वैगन का ईंधन निगरानी तंत्र वाहनों से सभी प्रकार के ईंधन चोरी की घटनाओं को रोकता है।

ईंधन चोरी रोकने में वंडर वैगन की भूमिका तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब ईंधन की भारी लागत और लाभ पर इसकी गहरी मार को आंका जाता है। इसके विपरीत, निगरानी प्रणाली के इंस्टालेशन से जेब पर अधिक भार नहीं आता। मालवाल का कहना है कि वाहन बेड़े के मालिकों को शुरुआती तौर पर प्रति वाहन 80 डॉलर (करीब 6,500 रुपये) देना पड़ता है और उसके बाद प्रति वाहन के हिसाब से 22 डॉलर (करीब 1700 रुपये) से शुरू होने वाली वार्षिक सदस्यता लेनी पड़ती है।

अंतर-वैयक्तिक संबंधों को मज़बूती

मालवाल के अनुसार, ‘‘परिचालन खर्च में बचत के अलावा, वंडर वैगन एक ऐसा पारदर्शी माहौल तैयार करता है जिससे वाहन चालक और मालिक के बीच संबंध भी बेहतर होते हैं।

जब वाहन में वंडर वैगन ईंधन निगरानी व्यवस्था स्थापित हो जाती है, तब वाहन मालिक उसके चालक पर ज्यादा भरोसा कर पाते हैं क्योंकि तब ईधन की मात्रा को मापा जा सकता है। मालवाल कहते हैं, ‘‘अन्यथा, मालिक हमेशा चालकों पर चोरी का आरोप लगाते रहते हैं, जिससे उनके संबंध तो खराब होते ही हैं, साथ ही चालकों के मन में हमेशा घबराहट भी बनी रहती है। अब, वाहन मालिक दिमागी सुकून के साथ सो सकते हैं जबकि हमारा स्मार्ट सिस्टम उनके लिए बिना थके लगातार काम करता रहता है।’’

व्यावसायिक बेड़े के लिए ऐसे स्पष्ट एप्लीकेशंस के अलावा, वंडर वैगन निजी वाहन मालिकों को भी फायदा पहुंचा सकता है। उनकी निगरानी प्रणाली में दूसरी एप्लीकेशन भी हैं, जैसे एंटी थे़फ्ट डिवाइस जिसमें विशेष कॉलिंग अलर्ट की सुविधा होती है। मालवाल के अनुसार, ‘‘वाहन मालिक वाहन चोरी से बचने के लिए अपने मोबाइल का एक बटन दबा कर दूर से ही वाहन के इंजन को अक्षम कर सकते हैं। यहां तक कि वह इसे तब भी रोक सकते हैं जब घटना हो रही हो।’’

व्यावसायिक एप्लीकेशन की बात करें तो, वंडर वैगन का फ्लीट प्रबंधन प्लेटफॉर्म उनके लिए कई तरह के फीचर उपलब्ध कराता है, जैसे कि, ऱफ्तार संबंधी अलर्ट, जियोफेंसिंग, रीयल टाइम निगरानी और ट्रैकिंग, चालक के व्यवहार की समीक्षा ( तेज ऱफ्तार से गाड़ी चलाना, चालक का कौशल आदि) रूट प्रबंधन, तापमान पर निगरानी (ताप संवेदी वस्तुओं के लिए) और वाहन संबंधी दूसरी तमाम जानकारियां आदि। मालवाल के अनुसार, ‘‘वंडर वैगन, ़फ्लीट मालिकों के परिचालन खर्चों को कम करने में मदद करता है जिससे कि वे अपने कारोबार के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।’’

जैसे-जैसे व्यावसायिक वाहनों की विविधता बाजार में बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे वंडर वैगन की योजना अपने काम के दायरे को विस्तार देते हुए इलेक्ट्रिक और सीएनजी से चलने वाले वाहनों तक पहुंचने की है। मालवाल के अनुसार, ‘‘हम इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन के अनुकूलन, सीएनजी निगरानी तंत्र और दूसरे ऊर्जा एवं ईंधन प्रबंधन समाधान की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि समग्र रूप से परिचालन लागत को घटाया जा सके और दक्षता को बढ़ाया जा सके।’’ भविष्य के बारे में सोच को जाहिर करते हुए वह कहते हैं, ‘‘इससे ़फ्लीट मालिकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर ऑटोमेटेड तरीके से ईंधन संबंधी डेटा के  प्रबंधन में सहायता मिलेगी।’’

वंडर वैगन की सोच, कम निवेश में उच्च प्रभाव वाले उत्पाद के जरिए फ्लीट मालिकों के मुनाफे को बढ़ाना है। मालवाल के अनुसार, ‘‘हम लोगों को उनके वाहन के साथ जोड़ने के मिशन पर हैं, और साथ ही हम भविष्योन्मुखी तकनीकी प्लेटफॉर्म को तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं जिससे टिकाऊ, सुरक्षित और प्रभावी परिवहन का विकास किया जा सके।’’ वह कहते हैं, ‘‘हम स्मार्ट परिवहन को लोकतांत्रिक बनाना चाहते हैं और उत्पादकता को बढ़ाते हुए कारोबार को सदाजीवी और मुनाफे की तरफ ले जाना चाहते हैं।’’

ट्रेवर लॉरेंस जॉकिम्स न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी में लेखन, साहित्य और समकालीन संस्कृति पढ़ाती हैं।



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