ज़िंदगी में बदलाव की यात्रा

मोहम्मद आदिल जफरुल्लाह शेरिफ ने ह्यूस्टन कम्युनिटी कॉलेज में ऐसी परिवर्तनकारी यात्रा शुरू की जिसके चलते उन्होंने अपने फिल्म निर्माण कौशल को निखारने के साथ ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी अंगीकार किया।

मोहम्मद आदिल जफरुल्लाह शेरिफ

अप्रैल 2024

ज़िंदगी में बदलाव की यात्रा

मोहम्मद आदिल जफरुलाह शेरिफ (बाएं) ने 2023 में सीसीआईपी प्रोग्राम के तहत एक शैक्षिक वर्ष ह्यूस्टन कम्युनिटी कॉलेज में बिताया। (फोटोग्राफः मोहम्मद आदिल जफरुलाह शेरिफ )

मैं पांडिचेरी युनिवर्सिटी कम्युनिटी कॉलेज में विजुअल कम्युनिकेशन में बैचलर डिग्री हासिल करने के लिए पढ़ाई कर रहा हूं। शैक्षिक वर्ष 2022-23 के दौरान कम्युनिटी कॉलेज इनिशिएटिव प्रोग्राम (सीसीआईपी) में एक सहभागी के  रूप में अमेरिका में मेरा अनुभव अपने को तलाशने के अलावा सांस्कृतिक आदान-प्रदान से जुड़ी एक परिवर्तनकारी यात्रा का था। ह्यूस्टन कम्युनिटी कॉलेज में रहने के समय को, मैंने फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं की गहराई को समझने में व्यतीत किया और ऑडियो प्रॉडक्शन, वीडियो एडिटिंग और स्क्रिप्ट लेखन में अपने कौशल को और धार दी। सीसीआईपी द्वारा सुगम सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव ने कला के बारे में मेरी समझ को और समृद्ध किया और वैश्विक सिनेमा के बारे में मेरे दृष्टिकोण को और व्यापक बनाया।

सीसीआईपी के दौरान मेरे अनुभव के सबसे रोमांचकारी पहलुओं में से एक मेरा साथी प्रतिभागियों के साथ अपने सांस्कृतिक मूल्यों को साझा करना और उसके आदान-प्रदान के अवसर की उपलब्धता थी। अलग-अलग-पृष्ठभूमियों से आने के बावजूद हमने एक-दूसरे की परंपराओं के बारे में आपसी सम्मान, समझ और उसकी प्रशंसा के आधार पर एक घनिष्ठ जुड़ाव वाले समुदाय को तैयार किया। पारंपरिक भारतीय भोजन साझा करने से लेकर थैंक्सगिविंग जैसे अमेरिकी उत्सव मनाने तक हमारे संवाद ने आपसी भाईचारा की भावना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

इसके अलावा अमेरिकी संस्कृति के संपर्क में आने से मुझे जीवन के विभिन्न आयामों के बारे में एक समझ हासिल हुई जिससे विविधता और समावेशन की सोच के प्रति मेरा विश्वास और ज्यादा मज़बूत हुआ। अमेरिकी आतिथ्य की गर्मजोशी ने मुझ पर एक अमिट  छाप छोड़ी और आज की वैश्वीकृत दुनिया में सांस्कृतिक विविधता को अपनाने के महत्व को सामने रखा।

जब मैं अमेरिका में बिताए अपने समय के बारे में सोचता हूं, तो सीसीआईपी के दौरान सीखे गए सबक और बनाई गई दोस्ती के लिए मैं कृतज्ञ महसूस करता हूं। आगे की जीवन यात्रा में मैं निजी और पेशेवर दोनों ही तौर पर, अपने सभी प्रयासों में सांस्कृतिक समझ और समानुभूति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हूं।

सीसीआईपी के दौरा मिले अनुभवों ने मेरे जीवन को अनगिनत तरीकों से समृद्ध किया है। कहानी कहने, फिल्म बनाने, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से, मैं सांस्कृतिक विभाजन की खाई को पाटने और सीमाओं की हदों से पार समझ और समानुभूति को प्रोत्साहित करना जारी रखना चाहता हूं।

मोहम्मद आदिल जफरुलाह शेरिफ पांडिचेरी यूनिवर्सिटी कम्युनिटी कॉलेज के विद्यार्थी हैं।


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