सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट भारतीय कारोबारी नवप्रवर्तकों को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और अनमोल अवसरों से जोड़ने का काम करती है।
अक्टूबर 2021
साभार: सलेक्टयूएसए
प्रत्येक वर्ष, दुनियाभर के देशों से हजारों लोग अमेरिका में आयोजित होने वाले एक आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं, जहां वे तमाम जानकारियां तो अर्जित करते ही हैं, साथ ही दूसरे देशों से संबंध बनाने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में निवेश के नए अवसरों को भी हासिल करते हैं। हालांकि कोविड-19 के कारण सालाना होने वाला यह आयोजन 2021 में वर्चुअल तौर पर ही संभव हो पाया, लेकिन तब भी भारत के शीर्ष कारोबारियों ने इसमें हिस्सा लिया और वहां से मिले अनुभव से उन्हें एक नई दृष्टि हासिल हुई।
सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट को आमतौर पर ‘‘अमेरिका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की दृष्टि से सबसे बड़े स्तर का आयोजन’’ कहा जाता है और यहां जुटने वाले लोग स्वयं में इस बात का गवाह भी होते हैं। इनवेस्टमेंट समिट में विश्व बाजार के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 1200 से ज्यादा निवेशकों का जमावड़ा होता है जिसमें प्रत्येक अमेरिकी राज्य और क्षेत्र के अर्थ जगत के प्रमुख लोग, विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के विशेषज्ञ, अतरराष्ट्रीय तकनीकी स्टार्ट-अप और तमाम दूसरे वे उत्साही प्रतिभागी शामिल होते हैं जो अमेरिकी निवेश से संबंधित कोई भी जानकारी हासिल करने में दिलचस्पी रखते हैं।
नतीजा? अब तक, सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट ने हजारों ग्राहकों की मदद की है जिनमें आर्थिक विकास संस्थान, घरेलू फर्म और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। इसकी मदद से 59 अरब डॉलर के अमेरिकी निवेश वाले नए प्रोजेक्टों की सहायता हो पाई और अमेरिका और उसके परिक्षेत्र में 49,000 से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में मदद मिली।
रंजीत भट्टाचार्या कोलकाता स्थित फर्म डेटा सूत्रम के सीईओ हैं। यह फर्म उत्पादन, खुदरा और दूसरे कारोबारी क्षेत्रों में डेटा एनलेटिक्स का काम खासतौर से करती है। उन्हें एक उद्यमी संगठन से इनवेस्टमेंट समिट के बारे में जानकारी मिली और उसमें आवेदन करने को लेकर वह काफी उत्साहित थे। उनका कहना है, ‘‘सलेक्टयूएसए समिट में प्रतिभागी बनने के लिए भारत से तमाम स्टार्ट-अप को आवेदन करने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन डेटा सूत्रम को चुना गया तो मैं काफी उत्साहित हुआ।’’
हालांकि महामारी के कारण भट्टाचार्या निजी तौर पर अमेरिका की यात्रा पर नहीं जा सके, लेकिन इससे उन्हें प्रभावशाली संपर्कों को बनाने में कोई दिक्कत नहीं आई। उन्होंने बताया, ‘‘समिट ने वर्चुअल कॉंफ्रेस हाल को तैयार किया जो अपने किस्म का अनोखा अनुभव था। आप अपने लैपटॉप के जरिए वर्चुअल बूथों और सेट-अप पर जा सकते थे और लोगों से बात कर सकते थे। यह ठीक वैसे ही था, जैसे कि कोई किसी ऑडिटोरियम हॉल में हो जहां विभिन्न देशों की कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हो।’’
इनवेस्टमेंट समिट में भट्टाचार्या को हुए सकारात्मक अनुभव में नेटवर्किंग एक अहम हिस्सा था। उन्होंने बताया, ‘‘मैं वास्तव में ऐसे दिलचस्प लोगों के संपर्क में आया जिन्होंने वास्तव में बढि़़या काम किया था। इनमें अमेरिका और दक्षिण-पूर्व एशिया के ऐसे निवेशक भी शामिल थे जिनके बारे में मुझे को कोई जानकारी नहीं थी। दुनिया में निवेशक, डेटा और कारोबार के बारे में कहां क्या कुछ हो रहा है, यह जानना महत्वपूर्ण था।’’
भट्टाचार्या को इस इनवेस्टमेंट समिट के माध्यम से अमेरिकी बाजारों की स्थिति को समझने का बेहतरीन मौका मिला। यह मौका इसलिए भी खास था क्योंकि यही वह देश था जहां वह अपने कारोबार को विस्तार देना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इससे यह आकलन करने में मदद मिली कि अमेरिका में विभिन्न राज्य और राज्य सरकारें निवेश की दृष्टि से क्या चाहते हैं। ऐसी जानकारियों से मेरे जैसी भारतीय कंपनियों को यह समझने में भी आसानी हो जाती है कि किन क्षेत्रों में और कैसे सेक्टरों पर निगाह रखने की जरूरत है ताकि हमारे पास अमेरिकी बाजारों में जाने के लिए ठोस चीज़ें मौजूद हों।’’
जी.के रमन, उत्तर प्रदेश स्थित फार्मास्यूटिकल कंपनी जुबिलिएंट फार्मोवा में कार्पोरेट मामलों के प्रमुख हैं। उनकी कंपनी को सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। रमन भी भट्टाचार्या की तरह से ही इसे लेकर काफी उत्साहित थे। रमन का कहना है, ‘‘हमने इस समिट में इसलिए हिस्सा लेने का निर्णय किया क्योंकि इसमें एक ही छत के नीचे अमेरिका की विविधता देखने को मिलती है। इससे किसी भी कारोबार के लिए लोगों, संसाधनों और बाजार की तलाश में मदद मिलती है जो सफलता हासिल करने के लिए बेहद जरूरी है।’’ उन्होंने बताया कि इनवेस्टमेंट समिट में उन्हें अपने अनुभव को मांजने का मौका मिला और इससे कारोबार के क्षेत्र में भरोससेमंद संबंधों को विकसित करने में मदद मिली।
फार्मास्यूटिकल की दुनिया में एक लीडर होने के नाते रमन ने इनवेस्टमेंट समिट से अपने उद्योग को सीधे तौर पर मिलने वाले कई फायदों के बारे में बताया। उनका कहना है कि, वहां जिन विषयों पर चर्चा हुई, उनमें अमेरिका में फार्मास्यूटिकल उत्पादन प्लेटफ़ार्मों को विकसित करने के अलावा कोविड-19 महामारी के लिए जरूरी वैक्सीन और दवाओं के उत्पादन के तरीकों पर भी विचार किया गया। रमन ने यह भी बताया कि, इनवेस्टमेंट समिट में ग्लोबल इनोवेशन फंड के लिए और ज्यादा सहायता के मुद्दों भी जोर दिया गया जिससे विकासशील देशों को कोविड-19 महामारी जैसी बड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलती है।
रमन का कहना है कि सलेक्टयूएसए समिट के बाद से उन्हें और जुबिलिएंट में उनके सहयोगियों को अमेरिका से निवेश के बारे में काफी जानकारी और भरोसा हासिल हुआ है और वह सक्रियता के साथ अमेरिकी सहयोगियों के साथ संभावनाओं की तलाश में जुटे हैं। भट्टाचार्या इस बारे में कुछ इस तरह से अपनी सोच साझा करते हैं, ‘‘जब आप अपने खुद के देश में कोई नया उत्पाद तैयार कर रहे हैं तो दुनिया में उस बारे में क्या कुछ चल रहा है, इसकी समझ होना भी जरूरी है। हालांकि इंटरनेट ने हमें पहले ही जोड़ रखा है, लेकिन फिर भी सलेक्टयूएसए समिट वह मंच है जहां बहुत अच्छे तरीके से पूरे परिदृश्य को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। यहां कौन क्या कर रहा है, उसे समझने का शानदार मौका है और साथ ही यह समझने का प्लेटफॉर्म भी है कि वैश्विक स्तर पर कारोबार को बढ़ाने के लिए किस तरह की सोच और समझ चाहिए। यह सीखने का दिलचस्प अवसर है।’’
रमन उन भारतीय उद्यमियों को जो अमेरिका में विकास के अवसरों की तलाश में हैं, सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट में प्रतिभागी बनने की सलाह देते हैं। उनका कहना है, ‘‘सलेक्टयूएसए निवेश के अवसरों के नजरिए से बाजार में उपलब्ध सेवाओं और विशेषज्ञता को उपलब्ध करती है। समिट में बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर कार्यबल तैयार करने तक के लिए विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों की सलाह मिल जाती है। यह नेटवर्किंग और सीखने की दृष्टि से एक बड़ा प्लेटफॉर्म है।’’
वर्ष 2022 में, सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट, नेशनल हार्बर, मैरीलैंड के गेलॉर्ड नेशनल रिजॉर्ट एंड कन्वेंशन सेंटर में 26 से 29 जून 2022 को प्रतिभागियों की निजी उपस्थिति में आयोजित होगी। सलेक्टयूएसए इनवेस्टमेंट समिट के बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए www.selectusasummit.us पर जा सकते हैं।
माइकल गलांट, गलांट म्यूजिक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। वह न्यू यॉर्क सिटी में रहते हैं।
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