अमेरिकी कांसुलेट जनरल कोलकाता समर्थित ग्लोबल लिंक्स इनीशिएटिव उद्यमिता प्रोग्राम की सहायता से कोलकाता स्थित स्टार्ट-अप सनीरे सॉल्यूशंस सदाजीवी भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।
मार्च 2024
संगीता सेन (मध्य में) अपने उद्यम सनीरे सॉल्यूशंस द्वारा स्थापित पॉवर जनरेटर के साथ। उनका उपक्रम घरेलू, औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्र के लिए खास ज़रूरत आधारित सोलर पॉवर सिस्टम बनाता है। (फोटोग्राफः साभार सनीरे सॉल्यूशंस )
भारत ने वर्ष 2030 तक अपने ग्रिड में 500 गीगावॉट गैर जीवाश्म ऊर्जा जोड़ने का लक्ष्य तय किया है और 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य प्राप्त करने की प्रतिबद्धता जताई है। निजी क्षेत्र ऊर्जा के इस परिवर्तनकाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ऐसी ही एक कंपनी है सनीरे सॉल्यूशंस जो घरेलू, औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए कस्टम सोलर सिस्टम पेश करती है। अमेरिकी कांसुलेट जनरल कोलकाता समर्थित ग्लोबल लिंक्स इनीशिएटिव उद्यमिता कार्यक्रम की मदद से इसने पश्चिम बंगाल के कई शहरों में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय, रिक एंड सूसन गोइंग्स फाउंडेशन और रॉलिंस कॉलेज के क्रमर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा प्रायोजित ग्लोबल लिंक्स इनीशिएटिव महिला स्कॉलर को सामाजिक उद्यमिता और व्यावहारिक व्यावसायिक कौशल में गहन प्रशिक्षण देता है जिससे महिला उद्यमियों को उनके अपने देश में ही मार्गदर्शन मिल पाता है।
कोलकाता में स्थित सनीरे सॉल्यूशंस साइट विजिट, डिजाइन, खरीद, स्थापना, रूपांतरण और सौर उत्पादों एवं सौर संयंत्रों के रखरखाव सहित कई सेवाएं प्रदान करता है। सनीरे की संस्थापक और सीईओ संगीता सेन ने कहा कि यह एक सिस्टम इंटीग्रेटर के रूप मे विस्तारित हुआ है और लगभग 50 लाख डॉलर की सालाना बिक्री करता है।
सेन की चाहत है कि कंपनी जलवायु परिवर्तन से निपटने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा बने। वह कहती हैं कि ऊर्जा आजादी के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने के कंपनी के दृष्टिकोण में गरीब इलाकों में बिजली का स्थायी बंदोबस्त, आर्थिक विकास और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना शामिल है।
कंपनी सौर ऊर्जा संयंत्रों के फायदों पर जागरूकता अभियान भी चलाती है और सौर प्रशिक्षण कक्षाएं भी संचालित करती है। सेन के अनुसार, ‘‘हम इसे महिलाओं और युवा पीढ़ी को आर्थिक लाभ और रोजगार के अवसरों के साथ सशक्त बनाने में मददगार के रूप में देखते हैं।’’
सौर ऊर्जा का दोहन
सेन ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली है और उन्होंने भारत में ऊर्जा क्षेत्र में 14 साल काम किया है जो परंपरागत रूप से जीवाश्म ईंधन पर निर्भर करता है। सौर ऊर्जा की तरफ उनका झुकाव भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की तरफ से प्रस्तावित उद्यमिता पाठ्यक्रम के कारण हुआ। वह बताती हैं, ‘‘मैंने पाठ्यक्रम का गहराई से अध्ययन किया और खुद को एक उद्यमी के रूप में ढाला।’’
सेन बताती हैं कि उनके स्टार्ट-अप को 2019-20 में अमेरिकी कांसुलेट जनरल कोलकाता के उद्यमिता कार्यक्रम द ग्लोबल लिंक्स इनीशिएटिव से बहुत मदद मिली जो छोटा कारोबार करने वाली महिलओं को सशक्त बनाता है। वह कहती हैं कि इस कार्यक्रम के कारण सनीरे सॉल्यूशंस को सोशल मीडिया पर अपनी व्यावसायिक उपस्थिति को बेहतर बनाने, नेटवर्किंग करने, औद्योगिक पहचान बनाने और उत्पाद की पेशकश में विविधता लाने में मदद मिली।
2020-21 में सनीरे सॉल्यूशंस को अपने कारोबार को विस्तार देने और बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सेन के नेतृत्व में भारत रेज़ नाम से एक नया उद्यम शुरू करने के लिए ग्लोबल लिंक्स इंपैक्ट इनवेस्टमेंट फोरम से मदद मिली।
2023 में, सेन ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एकेडमी ऑफ वुमेन ऑन्टे्रप्रिन्योर (एडब्लूई) के तहत ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम ड्रीम बिल्डर में हिस्सा लिया जिसका संचालन एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी करती है।
द ग्लोबल लिंक्स इनीशिएटिव के साथ निवेश उद्यम एलसिसार इंपैक्ट लगातार मार्गदर्शन के अलावा उसके नेटवर्क में विस्तार और उसे कानूनी और वित्तीय सलाह प्रदान करता है। सेन बताती हैं, ‘‘संगठन भारत रेज़ सॉल्यूशंस को चुनौतियों से निपटने और नुकसान से बचने में सहायता करने के लिए उसे तमाम तरह की जानकारियां उपलब्ध कराता है। नेटवर्किंग से बिजनेस इकोसिस्टम में संभावित ग्राहकों, साझेदारों और निवेशकों तक पहुंच बढ़ने के साथ विश्वसनीयता बढ़ाने के मौके पैदा होते हैं। इसी दौरान, उनके पेशेवर हमारे लक्षित वर्ग तक पहुंचने और हमारी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन उपस्थिति को प्रबंधित करने के लिए आकर्षक संदेश भेजने में हमारी मदद करते हैं। इसके अलावा, उनकी तरफ से इनकॉरपोरेशन, करारनामा परिपत्र, अनुपालन और वित्तीय योजना के बारे में उपलब्ध कराई जाने वाली कानूनी और वित्तीय सलाह भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।’’
विस्तार गतिविधियां
भारत रेज़ सॉल्यूशंस ने हाल ही में महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की घोषणा की है। सेन बताती हैं, ‘‘हम अगले पांच वर्षों के भीतर 80 फीसदी विकास का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। हम निकट भविष्य में इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के अपने सपने के पूरा होने की भी उम्मीद करते हैं। आईपीओ के माध्यम से एक निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है और एक पब्लिक कंपनी बन जाती है।’’
वह कहती हैं, ‘‘हम केवल सौर पैनलों की बात ही नहीं करते, बल्कि हमारा लक्ष्य व्यापक ऊर्जा समाधान पेश करना है। इसमें अत्याधुनिक ऊर्जा भंडारण प्रणालियों और स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी को एकीकृत करना भी शामिल है।’’
हिलैरी होपोक स्वतंत्र लेखिका, अखबार की पूर्व प्रकाशक और रिपोर्टर हैं। वह ऑरिंडा, कैलिफ़ोर्निया में रहती हैं।
स्पैन ई-पत्रिका की निःशुल्क सदस्यता के लिए यहां क्लिक करेंः https://bit.ly/SubscribeSPAN
टिप्पणियाँ