ओपीटी का विकल्प चुनें

ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के ज़रिये अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी अपने पढ़ाई वाले क्षेत्र में अमेरिका में अस्थायी रोज़गार पा सकते हैं।

जैसन चियांग

जुलाई 2021

ओपीटी का विकल्प चुनें

(इनसाइड क्रिएटिव हाउस/आईस्टॉक/गेटी इमेजेज)

ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (ओपीटी) एफ़-1 वीज़ा पर अमेरिका में पढ़ने वाले पात्र अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को अपने पढ़ाई से जुड़े क्षेत्र में अमेरिका में वास्तविक कार्य अनुभव हासिल करने का मूल्यवान अवसर प्रदान करती है। ओपीटी के ज़रिये विद्यार्थी पढ़ाई के दौरान हासिल किए कौशल का व्यवहार में इस्तेमाल करते हैं और उसे बेहतर बनाते हैं।

ओपीटी अमेरिका में भारतीय विद्यार्थियों के लिए किसी अमेरिकी विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के बाद काम करने का लोकप्रिय ज़रिया है। इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल एजुकेशन के ओपन डोर सर्वे के अनुसार, वर्ष 2019-20 में 81,000 भारतीय विद्यार्थी ओपीटी प्रोग्राम के तहत पंजीकृत थे और लगभग दो लाख भारतीय वहां पढ़ रहे थे।

एजुकेशनयूएसए के भारत स्थित आठ केंद्र उन विद्यार्थियों के लिए मूल्यवान संसाधन है जो अमेरिका में ओपीटी के तहत काम करने में दिलचस्पी रखते हैं। एजुकेशनयूएसए अमेरिकी विदेश विभाग का नेटवर्क है जो पूरे अमेरिका के एक्रेडिटेड पोस्टसेंकेंडरी संस्थानों में पढ़ाई के अवसरों के बारे में व्यापक जानकारी मुहैया कराकर अमेरिकी उच्च शिक्षा को बढ़ावा देता है। पोस्टसेंकेंडरी संस्थानों में विश्वविद्यालय, कॉलेज और वोकेशनल संस्थान शामिल हैं।

ओपीटी क्या है?

यह ऐसी ट्रेनिंग है जिसके लिए आमतौर पर रोजगार प्रदाता भुगतान करता है और यह एफ-1 श्रेणी के वीज़ाधारक विद्यार्थी के अध्ययन प्रोग्राम से संबंधित होती है। विद्यार्थी चाहे तो पढ़ाई के दौरान ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं, जिसे प्री-कंप्लीशन ओपीटी कहते हैं, या फिर पढ़ाई के बाद, जिसे पोस्ट-कंप्लीशन ट्रेनिंग कहते हैं।

ओपीटी ट्रेनिंग तीन तरह की होती हैं:

* ओपीटी: पोस्टसेकेंडरी संस्थानों या कंजर्वेटरी में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी उच्च शिक्षा की प्रत्येक पढ़ाई के लिए 12 महीने की नियमित ओपीटी ट्रेनिंग कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, कोई विद्यार्थी 12 महीने की ओपीटी बैचलर डिग्री के लिए और फिर 12 महीने की ओपीटी मास्टर्स डिग्री के लिए कर सकता है।

* प्री-कंप्लीशन ओपीटी: ओपीटी का कोई भी हिस्सा जब विद्यार्थी के शैक्षिक प्रोग्राम की अंतिम तिथि से पहले प्रयोग में हो। यह अंशकालिक या पूर्णकालिक, दोनों तरह की हो सकती है। यदि संस्थान का सत्र चल रहा हो तो प्री-कंप्लीशन ओपीटी हर ह़फ्ते 20 घंटे तक सीमित रहती है। लेकिन छुट्टियों या वार्षिक अवकाश के दौरान यह पूर्णकालिक हो सकती है।

* पोस्ट-कंप्लीशन ओपीटी: ओपीटी का कोई भी हिस्सा जब विद्यार्थी के शैक्षिक प्रोग्राम की अंतिम तिथि के बाद प्रयोग में हो। यह पूर्णकालिक होना चाहिए।

* 24 माह (स्टेम) ओपीटी विस्तार: यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में मान्य डिग्री वाले पात्र विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-कंप्लीशन ओपीटी का 24 माह का विस्तार है। स्टेम ओपीटी की मंजूरी वाले विद्यार्थी अपनी नियमित पोस्ट-कंप्लीशन ओपीटी के बाद 24 महीने तक की इस ट्रेनिंग के तहत काम कर सकते हैं। यदि विद्यार्थी दूसरी उच्च स्टेम डिग्री पूर्ण करते हैं तो वहे दो अलग-अलग स्टेम ओपीटी विस्तार में भागीदारी कर सकते हैं।

ओपीटी के लिए आवेदन कैसे करें

ओपीटी के आवेदन के कुछ महत्वपूर्ण चरण हैं:

  1. एफ-1 वीज़ाधारक विद्यार्थियों को अपने संस्थान के नामित अधिकारी (डीएसओ) से स्वीकृति लेनी चाहिए।
  2. डीएसओ स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर इनफ़ॉर्मेशन सिस्टम (सेविस) में संस्तुति करते हैं और विद्यार्थी के आई-20 फ़ॉर्म को अनुमोदित करते हैं, जो नॉन-इमिग्रेंट विद्यार्थी के मामले में पात्रता प्रमाणपत्र होता है।
  3. इसके बाद विद्यार्थी को यू.एस. सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) को फ़ॉर्म आई-765 प्रस्तुत करना चाहिए, जो रोज़गार मंजूरी का आवेदन है, और साथ में संबंधित दस्तावेज़ भी प्रस्तुत करने चाहिए।
  4. यदि मंजूरी मिलती है, तो यूएससीआईएस फ़ॉर्म आई-766 जारी करेगा, जो रोज़गार मंजूरी का दस्तावेज़ है।
  5. एक बार एफ-1 वीज़ाधारक विद्यार्थी को यूएससीआईएस से प्रमाणन मिल जाए, तो वे ओपीटी शुरू कर सकते हैं।

एजुकेशनयूएसए से मदद

एजुकेशनयूएसए अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए आधिकारिक स्रोत है और सटीक, ताज़ा और व्यापक जानकारी प्रदान कर अमेरिकी विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया में भारतीय विद्यार्थियों की मदद करता है। एजुकेशनयूएसए के सलाहकार विद्यार्थियों को उनकी शैक्षिक और प्रो़फेशनल प्राथमिकताओं को तय करने, जानकारीपूर्ण चयन करने और दाखिला प्रक्रिया के दौरान सक्रिय निर्णयकर्त्ता बनने के लिए गाइड करते हैं। सलाहकार विद्याथियों को ऐसे कौशल और संसाधन उपलब्ध कराते हैं जिससे कि वे अमेरिकी कैंपस के जीवन की ओर सफलतापूर्वक यात्रा कर सकें।

एजुकेशनयूएसए की सीनियर प्रोग्राम ऑफ़िसर भावना जॉली कहती हैं, ‘‘प्रैक्टिल ट्रेनिंग के अवसर अमेरिकी उच्च शिक्षा की खासियत है। इससे विद्यार्थी अपने अकादमिक ज्ञान को रोज़गार से जुड़े कौशल में बदल पाते हैं और अपने अध्ययन क्षेत्र में प्रासंगिक कार्य अनुभव भी हासिल कर पाते हैं। ओपीटी सफल कॅरियर बनाने में सीढ़ी की तरह है। इससे विद्यार्थियों को शिक्षा पर किए गए निवेश की वापसी का भी अवसर मिलता है- जो भारतीय परिवारों के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों को चुनते समय बड़ा कारक होता है।’’

जैसन चियांग स्वतंत्र लेखक हैं। वह सिल्वर लेक, लॉस एंजिलीस में रहते हैं।


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