बेहतर पृथ्वी के लिए साझा…
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में काम करने वाली संघमित्रा दत्ता ने निसार प्रोजेक्ट में अपनी भूमिका के अलावा कोलकाता से अमेरिका में नासा की अपनी यात्रा और स्टेम क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में बातचीत की।
इन कहानियों में है विविधता…
बाल साहित्य में विविधता की पैरोकार भारतीय अमेरिकी लेखिका डॉ. सायंतनी दासगुप्ता ने अमेरिकन सेंटर कोलकाता में आयोजित एक कार्यशाला में युवा लेखकों को प्रेरित किया।
स्वाति मोहन: मंगल पर जीत!
भारतीय अमेरिकी एयरोस्पेस इंजीनियर स्वाति मोहन ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित अपनी भारत यात्रा के दौरान मंगल ग्रह पर जीवन और पर्जिरविरेंस रोवर के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया।
सरहदाें से परे हैं ये…
फुलब्राइट-नेहरू फेलो कावेरी कौल अपनी डॉक्यूमेंट्री ‘‘द बंगाली’’ और अमेरिका में दक्षिण-एशियाई और अफ्रीकी-अमेरिकियों के बीच संबंधों के बारे में बता रही हैं।
बढ़ती उम्र में सेहत के…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हेल्थ की फंडिंग से किया गया एक अध्ययन भारत में डिमेंशिया के बारे में समझ बढ़ाने और बुढ़ापे की तरफ बढ़ती आबादी के लिए नीतियों को तैयार करने में सहायता दे रहा है।
सूर्य के अध्ययन की धुन
भारतीय अमेरिकी नासा वैज्ञानिक मधुलिका गुहाठाकुर्ता से जानिए सूर्य पर उनके अध्ययन, पृथ्वी पर उसके असर और अंतरिक्ष के मौसम के निर्धारण पर प्रभावों के बारे में।
अमेरिका में भारतीय मसाले
कैलिफ़ोर्निया की एक कंपनी के एक ही स्रोत से लिए गए सुगंधित मसाले सदाजीविता के साथ ही भारतीय भोजन पाक कला और संस्कृति के बारे में समझ को विस्तार दे रहे हैं।
बेहतर विकास के लिए मज़बूत…
पिता-पुत्र की एक जोड़ी से जानिए कि समय के साथ यूएसएड ने खुद को किस तरह ढाला और अमेरिका-भारत के संबंधों को मजबूत बनाने में मदद की।
दूरदृष्टि से नई दिशा
चांसलर प्रदीप खोसला के नेतृत्व में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन डिएगो, शिक्षा और शोध की दृष्टि से सशक्त संस्थान बन चुका है। यही नहीं, विश्वविद्यालयी और सामुदायिक साझेदारियों को भी मज़बूती मिली है।
एक अमेरिकी राजनयिक के अनुभव
अमेरिकी राजनयिक संध्या गुप्ता 20 वर्षों से अधिक समय बीतने के बाद भारत एक नई भूमिका में भारत लौटीं। इससे पहले वह फुलब्राइट फेलोशिप पर काम करने के दौरान भारत में रही थीं।
भारतीय अमेरिकी सीईओ
नामी अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों के सीईओ बनने से पहले बहुत-से भारतीय अमेरिकी पढ़ाई करने एक विद्यार्थी के तौर पर अमेरिका आए थे।
मिलकर करें शोध
नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) के निदेशक सेतुरमन पंचनाथन ने द्विपक्षीय शोध संबंधों को और गहरा बनाने के लिए अमेरिका और भारत के संस्थानों के बीच 30 नई सहभागिताओं की घोषणा की है।
अमेरिकी शिक्षा का महत्व
रेणु खटोर ने अमेरिका में पढ़ाई के बाद एक प्रेरणादायी कॅरियर की शुरुआत की। आप भी ऐसा कर सकते हैं।
रूढि़यों को चुनौती
लेखिका और प्रो़फेसर जिगना देसाई दक्षिण एशियाई समुदाय में कुछ पुरातनपंथी कायदों की नए संदर्भों में पड़ताल कर रही हैं।
नया चिंतन, नए समाधान
एमआईटी प्रोफेसर रमेश रास्कर बता रहे हैं कि उनकी पहल और आविष्कारों से किस तरह हमारी दुनिया की समस्याएं सुलझा सकती हैं।
मानव संसाधन पर नई दृष्टि
फुलब्राइट-नेहरू फेलो और मानव संसाधन विशेषज्ञ अरूप वर्मा प्रवासी कर्मचारियों के कार्य का मूल्यांकन करने के लिए बना रहे हैं खास मॉडल।
यहां संगीत बोलता है!
भारतीय-अमेरिकी समीर पटेल ने लीक से हट कर एक संगीत कंडक्टर का कॅरियर चुना और फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
खानपान का नया नज़रिया
पत्रकार और शिक्षक सिमरन सेठी भोजन के भावनात्मक और सांस्कृतिक महत्व को तलाशने के साथ दुनिया भर में उसकी विविधता पर मंडराते खतरों को भी उजागर कर रही हैं।
निगाहें प्रकृति के चमत्कारों पर!
साकेत नवलखा जीव विज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान के बीच अनूठी समानता का अध्ययन करते हैं।
सेहत की खास खुराक
आकाश शाह का स्टार्ट अप केयर/ऑफ मासिक सदस्यता के हिसाब से हर ग्राहक के लिए खास तौर पर तैयार विटामिन पैक उपलब्ध कराता है।
कहानी वही, अंदाज़ नया
अपने मोबाइल एप के जरिये संगीत की दुनिया में क्रांति करने के बाद पराग चोर्डिया और प्रेरणा गुप्ता कहानी कहने की कला को अब हुक्ड के जरिये मोबाइल टेक्स्ट संदेशों में रूपांतरित कर रहे हैं।
मानसून कुछ कहता है!
फुलब्राइट-नेहरू स्कॉलर अमित टंडन दक्षिण एशिया में मानसून के पूर्वानुमानों को सटीक बनाने के मकसद में जुटे हैं।
मन बदलो, पर्यावरण बचाओ
ऐसे कौन से पूर्वाग्रह हैं जो संसाधनों और खासतौर पर जल और ऊर्जा संसाधनों के इस्तेमाल के बारे में लोगों के फैसले तय करते हैं? इंडियाना यूनिवर्सिटी में अपने शोध में शाहज़ीन ज़ेड. अट्टारी इसी विषय की पड़ताल कर रही है।
आकस्मिक यात्राएं, प्रशासनिक सफलताएं
भारतीय-अमेरिकी शिक्षाविद् माधव वी. राजन अपनी वर्षों की विशेषज्ञता और उत्साह को यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिज़नेस के डीन की भूमिका में जी रहे हैं।
अंतरिक्ष में छह महीने
भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री राजा चारी ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में 177 दिन गुजारे, जहां उन्होंने स्पेसवॉक करने के साथ पृथ्वी के वायुमंडल का ऊपर से नज़ारा भी देखा।
कल्पना चावला और अंतरिक्ष शटल
भारतीय अमेरिकी कल्पना चावला, उस अमेरिकी अंतरिक्ष शटल कोलंबिया की उड़ान एसटीएस-87 में अंतरराष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं जिसने 1997 में एक सफल मिशन को पूरा किया। जब सूर्य से तीसरे ग्रह पृथ्वी पर इंसान राजनीति और दूसरी छोटी-मोटी हरकतों में उलझा था, तब इसके छह सदस्यीय दल के सदस्य अंतरिक्ष में चल रहे थे, रिमोट कंट्रोल उपकरणों को नियंत्रित कर रहे थे और लाखों मील कक्षा में चक्कर लगाते हुए तमाम तरह के प्रयोगों में जुटे थे।
कला के ज़रिये सीमाओं के…
बनर्जी के पास दुनियाभर से लाई गई चीज़ें और सामग्री हैं, जो उनकी अपनी ड्राइंग और पेंटिंग के साथ, विश्व संस्कृति के अलग-अलग आयामों को एकसाथ लाती हैं और विमर्श को निमंत्रित करती हैं। फोटो साभार: रीना बनर्जी
फ़िल्मों के ज़रिये पुरुष प्रधानता…
फ़ुलब्राइट-नेहरू एकेडमिक एंड प्रोफ़ेशनल एक्सीलेंस फ़ेलो हरजंत गिल फ़िल्मांकन के दौरान। साभार: हरजंत गिल
नृत्य नहीं, मन की दास्तां
प्रीति वासुदेवन ने 2018 में छह भारतीय शहरों में अपनी एकल कला ‘‘स्टोरीज़ बाइ हैंड’’ प्रस्तुत की। फोटोग्राफ: मारिया बरानोवा
अद्भुत कविताएं, शानदार प्रस्तुति
लग्नजिता मुखोपाध्याय को अपनी कविताओं के लिए बहुत-से सम्मान हासिल हुए हैं। साभार: लग्नजिता मुखोपाध्याय