जब अपोलो 11 के यात्री…
अपोलो 11 के अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर उतरने के बाद 14 दिन एक एल्युमीनियम कोच बिताए। कारण था चंदमा से आए किसी भी संक्रमण से बचाव के लिए अलगाव का।
स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच का…
ई-क्योर यूएसएड समर्थित स्वास्थ्य प्लेटफार्म है और यह अनुबंध पर कार्य वाले और कम आय वाले श्रमिकों के लिए किफायती देखभाल तक पहुंच प्रदान करता है।
बेहतर मानसिक स्वास्थ्य की पहल
यूएसएड-समर्थित एप, इवॉल्व, कम्युनिटी को मानसिक स्वास्थ्य और दैनिक चुनौतियों से निपटने के लिए एक सुरक्षित प्लेटफार्म प्रदान करता है।
एक मानसिक स्वास्थ्य मित्र
वाइसा यूएसएड द्वारा समर्थित एक एआई-संचालित मानसिक स्वास्थ्य एप है, जो किशोरों और वंचित समुदायों को लचीलेपन की ताकत में मदद करता है।
सेहत को मिला अंतरिक्ष तकनीक…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और नासा ने आपसी सहयोग से, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ऐसी बायोमेडिकल तकनीक विकसित करने और उसका परीक्षण करने का बीड़ा उठाया है जिसका इस्तेमाल पृथ्वी पर भी किया जा सके।
सांस के रोगों का तकनीक…
यूएसएड की मदद पाने वाले स्टार्ट-अप स्वास ने सांस के रोगों के त्वरित इलाज के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित कफ विश्लेषण की शुरुआत की है।
सर्जरी को मिली एआई की…
नेक्सस प्रशिक्षित स्टार्ट-अप साइचिप रोबोटिक्स इलाज़ को अधिक सटीक और कुशल बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स की मदद ले रहा है।
जलवायु शिक्षा से सशक्तिकरण
फुलब्राइट- कलाम फेलो जोशुआ रोजेन्थॉल ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रबंधन पर केंद्रित सार्वजनिक स्वास्थ्य पाठ्यक्रम को विकसित करने में एक भारतीय शैक्षणिक संस्थान की सहायता की।
सेहत के मोबाइल समाधान
फुलब्राइट-नेहरू फेलो मोहम्मद हसीन अख्तर ने ग्रामीण इलाकों को ध्यान में रखते हुए किफायती और आसानी से इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र को विकसित किया है।
जलवायु बदलाव के साथ सेहत…
अमेरिकी सरकार अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) के माध्यम से भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में सहायता के साथ जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सक्षमता बढ़ाते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान कर रही है।
माहवारी स्वच्छता की नई पहल
नेक्सस और यूएसएड की सहायता से दो स्टार्ट-अप भारत में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन में तब्दीली ला रहे हैं।
सेहत के लिए युवा नेतृत्व
यूएसएड-इंडिया के यश फेलोशिप कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के सस्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण चुनौतियों के समाधान के लिए युवा नेतृत्व को विकसित करना है।
कम्युनिटी लीडर बनाने की पहल
रीजनल इंग्लिश लैंग्वेज ऑफ़िस (रेलो) एक्सेस प्रोग्राम के पूर्व प्रतिभागियों ने सामुदायिक सेवा से जुड़े अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।
एचआईवी देखभाल लिए ऑनलाइन सेवा
यूएसएड की सहायता से चलने वाला ऑनलाइन पोर्टल सेफ ज़िंदगी जोखिम वाले एचआईवी समुदायों को एक सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करने के अलावा दवाओं, परामर्श और रेफरल तक उनकी पहुंच को आसान बनाता है।
एचआईवी प्रभावित परिवारों की मदद
एचआईवी से प्रभावित अनाथ और असुरक्षित बच्चों की समग्र देखभाल में सहायता देने के लिए यूएसएड विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन में मदद करता है।
स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा
अमेरिकी डवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) की सहायता से दो भारतीय कंपनियां स्वच्छता संबंधी और आंखों की देखभाल संबंधी गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए अपने नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं।
स्वस्थ फेफड़ों के लिए
नई दिल्ली के अमेरिकी दूतावास की सहायता से लंग केयर फाउंडेशन के एक अभियान ने समुदायों को वायु प्रदूषण से बचाव के लिए सशक्त किया है।
एचआईवी पीडि़तों को सुलभ इलाज
यूएसएड की सहायता से एक एकीकृत हेल्थ केयर सेंटर ताल+ एचआईवी जैसी बीमारी के साथ जीवन जी रहे लोगों की समग्र स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच को विस्तार देकर उनकी मदद कर रहा है।
एचआईवी देखभाल: बाधाओं पर जीत
यूएसएड और नाको ने सामुदायिक नेतृत्व में चलाए जाने वाले एक निगरानी कार्यक्रम के जरिए हाशिए पर जी रहे वर्ग तक एचआईवी देखभाल सुविधाओं की पहुंच को विस्तार दिया है।
एचआईवीः किशोरों की सहायता
यूएसएड समर्थित स्वास्थ्य केंद्र एचआईवी संक्रमित किशोरों का उनकी किशोरावस्था में स्वास्थ्य देखभाल की दृष्टि से मार्गदर्शन करने के अलावा उन्हें अपने समुदाय की खोज में मदद करते हैं।
परिवार नियोजन से जुड़े भ्रम…
यूएसएड की सहायता से चलने वाला एक कार्यक्रम युवा वयस्कों को प्रजनन नियंत्रण जैसे विषय पर खुल कर बातचीत करने और जरूरतमंद लोगों तक पहुंच में सुधार करने के प्रयासों को सशक्त बना रहा है।
महामारियों की पहचान
अमेरिकी सरकार की सहायता से चलने वाले महामारी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम से जन स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे कौशलों को हासिल कर पाते हैं, जिनसे स्वास्थ्य के लिए खतरों का जल्द पता लगाया जा सके और समय रहते कदम उठाए जा सकें।
फ़ैशन को मिली समावेशी पहचान!
नेक्सस प्रशिक्षित स्टार्ट-अप ज़येनिका उन लोगों के लिए फैशनेबल परिधान तैयार करता है जो आवाजाही की चुनौतियों से जूझ रहे हैं।
ट्रांसजेंडरों के लिए मित्र क्लीनिक
यूएसएड समर्थित मित्र क्लीनिकों में ट्रांसजेंडर समुदाय को सुरक्षित, किफायती और भेदभावरहित स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाती है।
ट्रांसजेंडर समुदाय के पक्ष में…
सामाजिक कार्यकर्ता और इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम की प्रतिभागी जया भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए काम कर रही हैं।
बढ़ती उम्र में सेहत के…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हेल्थ की फंडिंग से किया गया एक अध्ययन भारत में डिमेंशिया के बारे में समझ बढ़ाने और बुढ़ापे की तरफ बढ़ती आबादी के लिए नीतियों को तैयार करने में सहायता दे रहा है।
विज़नस्प्रिंग की नज़र
विज़नस्प्रिंग किफायती चश्मा उपलब्ध करा कर उत्पादकता और जीवन की गुणवत्ता सुधारने में मदद करता है।
(फुल)ब्राइट भविष्य
फुलब्राइट-नेहरू फेलोशिप हासिल करने वाले तीऩ फेलो ने भारत में शोध के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया और साथ ही एक्सचेंज कार्यक्रम के माध्यम से मिलने वाले अतुलनीय अनुभव पर चर्चा की।
सेहत की खास खुराक
आकाश शाह का स्टार्ट अप केयर/ऑफ मासिक सदस्यता के हिसाब से हर ग्राहक के लिए खास तौर पर तैयार विटामिन पैक उपलब्ध कराता है।
स्वास्थ्य देखभाल में उत्कृष्टता
उत्कृष्ट डवलपमेंट इंपैक्ट बॉंड ने राजस्थान में हेल्थकेयर के क्षेत्र में मातृ और नवजात शिशु देखभाल के क्षेत्र में छोटी निजी स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता को बेहतर करने का काम किया है।
दूरवर्ती इलाकों में ड्रोन से…
यूएसएड समर्थित ड्रोन परियोजना मुश्किल पहुंच वाले इलाकों में टीबी का पता लगाने में लिए नमूनों को तेजी से लैब तक पहुंचा कर रोग के निदान के प्रयासों को मज़बूती दे रही है।
संक्रमण की तुरंत जांच
नेक्सस इनक्यूबेटर में प्रशिक्षण हासिल करने वाली कंपनी रामजा जेनोसेंसर ने संक्रमण की जांच करने वाली ऐसी विधि विकसित की है जिससे सिर्फ दो घंटे के दौरान नतीज़े मिल जाते हैं और कमज़ोर इम्यूनिटी वालों और कैंसर रोगियों का जल्द इलाज हो सकता है।
सेहत के दो शब्द!
अमेरिकी फुलब्राइट-नेहरू फेलो डॉ. गीता मेहता का मानना है कि चिकित्सकों को प्रभावशाली संचार कौशल से लैस करके मरीजों की देखभाल और इलाज के नतीजे सुधारे जा सकते हैं।
सेहत के लिए वित्तीय साझेदारी
स्वास्थ्य क्षेत्र में नवप्रवर्तन के लिए यदि कई स्रोतों से पैसों का प्रबंध हो, तो जोखिम उठाया जा सकता है। इससे विभिन्न साझेदारों के जरिए निवेश का माहौल बनता है और व्यापक प्रभाव वाले नवाचारों को बढ़ावा मिलता है।
कैंसर से जूझने वालों की…
नेक्सस स्टार्ट-अप हब में प्रशिक्षण लेने वाला स्टार्ट-अप और सामाजिक उपक्रम कैनफेम कैंसर रोगियों और कैंसर से जूझने वालों की मदद के लिए कइई तरह के उत्पाद मुहैया कराता है।
लोक स्वास्थ्य में सहभागिता
मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ इंडिया प्रोग्राम से जुड़े विद्यार्थियों ने वैश्विक लोक स्वास्थ्य के मसलों की जानकारी के लिए पश्चिम बंगाल और कर्नाटक का दौरा किया।
स्तन कैंसर की जांच शुरू…
अमेरिका-भारत की टीमों द्वारा विकसित आईब्रेस्टएग्जाम स्तन कैंसर का शुरुआती स्तर पर ही पता लगाता है और यह लोगों की पहुंच में होने के साथ ही कम खर्चीला और बिना दर्द वाला तरीका है।
सेहत के लिए तकनीक
नेक्सस इनक्यूबेटर से प्रशिक्षण पाने वाले बूमएनबज स्टार्ट-अप ने नवीकरणीय ऊर्जा से चलने वाले एक ऐसे पोर्टेबल हेल्थ प्लेटफॉर्म को विकसित किया है जिससे ग्रामीण भारत में रहने वाले लोगों के जटिल रोगों का पता लगाने में मदद मिलती है।
बीमारियों का डीएनए
नेक्सस से प्रशिक्षित जोमिक्स डायबिटीज, मोटापा और हाइपरटेंशन जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम और प्रबंधन के लिए लार आधारित जेनिटिक जांच और परामर्श मुहैया कराती है।
पैरों में अल्सर का स्मार्ट…
फुलब्राइट-नेहरू शोधार्थी कायला ह्यूमर का प्रोजेक्ट ऐसे रोगियों को कम खर्चीला इलाज सुझाने पर था जिनके पैरों में डायबिटीज के चलते अल्सर बनने की आशंका रहती है।
दवा कुंडली से हारेगी टीबी
अमेरिका और भारत के शोधकर्मियों ने मिलकर ऐसी दवा कुंडली तैयार की है जो टीबी के इलाज में मदद करेगी।
सेहत के लिए चलें साथ-साथ
भारत में अमेरिका की हेल्थ अटैशे डॉ. प्रीता राजारमन दुनिया की कुछ बड़ी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका-भारत नवप्रवर्तन भागीदारी के बारे में बता रही हैं।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रोजेक्ट…
तकनीक, परामर्श और चिकित्सकीय विशेषज्ञता को मिलाकर प्रोजेक्ट इको तैयार करने वाले डॉक्टर संजीव अरोड़ा भारत में हाशिये पर रहने वाले लोगों तक चिकित्सा सेवाओं की पहुंच बढ़ाना चाहते हैं।
पानी को मिले सुरक्षा प्रहरी
अमेरिकी वाटर टेक्नोलॉजी कंपनी जाइलम न केवल पानी के टिकाऊ इस्तेमाल को संभव बनाती है, बल्कि जल प्रदूषण को दूर करते हुए सबके लिए स्वच्छ पेयजल मुहैया कराती है।
वैक्सीन से ज़िंदगी का बचाव
संक्रामक रोगों से बचाव के लिए तैयार वैक्सीन लाखों लोगों का जीवन बचा रही हैं। कोविड-19 और अन्य कई बीमारियों से मुकाबला करने के लिए अमेरिका के वैज्ञानिकों ने वैश्विक प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान किया है।
पोलियो: हर बच्चे तक पहुंच…
भारत में पोलियो का अंत दुनिया को इससे मुक्त करने की दिशा में होगा बड़ा कदम।
स्मार्ट तकनीक से कैंसर की…
आदर्श नटराजन आइंड्रा सिस्टम्स की सर्वअस्त्र जांच तकनीक के साथ। इसके तीन हिस्से हैं- आइंड्रा आईएस (बाएं से), आइंड्रा विज़नएक्स और आइंड्रा अस्त्र। फोटोग्राफ: साभार आदर्श नटराजन
टीबी से मुकाबले के लिए…
नई दिल्ली में मार्च 2021 में भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय टीबी डिविज़न द्वारा आयोजित विश्व टीबी दिवस कार्यक्रम में ट्रेस-टीबी का स्टॉल। फोटोग्राफ: साभार यूएसएड
स्वास्थ्य सखी
हना लाइडर ने स्वास्थ्य सखी पर काम किया जो एक एप आधारित प्लेटफ़ॉर्म और चूड़ी की तरह पहना जाने वाला डाटा स्टोरेज उपकरण है, जिसमें हर रोगी की पहचान के लिए क्यूआर कोड समाहित होता है और चिकित्सा रिकॉर्डों के लिए लिंक उपलब्ध कराता है। फोटोग्राफ साभार: डॉ. मोनालिसा पाधी
डिजिटल तकनीक से सेहत को…
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रोजेक्ट संवाद के मां-बच्चे के स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य और परिवार नियोजन पद्धतियों के वीडियो प्रदर्शित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। फोटोग्राफ: साभार डिजिटल ग्रीन
एलजीबीटीक्यूआई+ समुदाय की सेहत के…
जनवरी 2021 में भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय को समर्पित पहले क्लीनिक को हैदराबाद में शुरू किया गया, जिसे यूएसएड की सहभागिता में चलाया जा रहा है। फोटोग्राफ: साभार एक्सीलरेट