दलदली भूमि का संरक्षण ज़रूरी

दलदली भूमि का संरक्षण ज़रूरी

नोलानी किर्श्नर फ़रवरी 2023

तटीय और भूभाग पर मौजद दलदली क्षेत्र अमेरिका के 5.5 प्रतिशत इलाके पर है। जानिए कि अमेरिका की संघीय और राज्य सरकारें इन्हें संरक्षित करने के लिए क्या कर रही हैं।

(फुल)ब्राइट भविष्य

(फुल)ब्राइट भविष्य

कृत्तिका शर्मा जनवरी 2023

फुलब्राइट-नेहरू फेलोशिप हासिल करने वाले तीऩ फेलो ने भारत में शोध के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया और साथ ही एक्सचेंज कार्यक्रम के माध्यम से मिलने वाले अतुलनीय अनुभव पर चर्चा की।

विकास के साथ वन्यजीव संरक्षण

विकास के साथ वन्यजीव संरक्षण

स्टीव फ़ॉक्स जनवरी 2023

अमेरिकी और भारतीय शोधकर्मी उन तरीकों का अध्ययन कर रहे हैं जिससे वन्यजीवों के गलियारों का इस तरह से संरक्षण किया जा सके कि बाघों के जीवित रहने और उनके पनपने के लिए जरूरी गतिशालता पर असर न पड़े।

कचरा प्रबंधन से बेहतर समुदाय

कचरा प्रबंधन से बेहतर समुदाय

ट्रेवर एल. जॉकिम्स दिसंबर 2022

विटमन कॉलेज की पूर्व विद्यार्थी गौरी मिराशी का लक्ष्य है सदाजीवी शहर बनाना। इसके लिए वह समुदायों को इस तरह से सशक्त बनाती हैं कि वे अपने परिवेश के साथ तालमेल बनाते हुए रहें।

लखनऊ के ऊर्जा कुशल हरित भवन

लखनऊ के ऊर्जा कुशल हरित…

स्टीव फ़ॉक्स सितंबर 2022

यूएसएड, लखनऊ विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर ऐसे घरों का निर्माण कर रहा है जो पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा की कम खपत करने वाले हैं।

पैकेजिंग के टिकाऊ विकल्प

पैकेजिंग के टिकाऊ विकल्प

जैसन ‌चियांग जुलाई 2022

इकोविया और धारक्षा इकोसॉल्यूशंस ने ई-कॉमर्स उद्योग के लिए प्लास्टिक पैकेजिंग के टिकाऊ विकल्प तैयार किए हैं।

पर्यावरण अनुकूल एयरकंडीशनिंग

पर्यावरण अनुकूल एयरकंडीशनिंग

नतासा ‌मिलास जुलाई 2022

जैसे-जैसे गर्मियों में तापमान बढ़ रहा है, ईईएसएल के बेहद प्रभावी एयरकंडीशनिंग कार्यक्रमों का मकसद ऊर्जा की कम खपत में ज्यादा शीतलता देने वाले उपकरणों को प्रोत्साहित करने का है।

बदलाव की पहल

बदलाव की पहल

जैसन ‌चियांग जुलाई 2022

पॉवर की अनोखी पहल से महिलाएं अपने भविष्य की कमान अपने हाथों में ले रही हैं और वह भी पर्यावरण अनुकूल रास्तों को अपना कर।

भोजन का भविष्य

भोजन का भविष्य

माइकल गलांट जुलाई 2022

भोजन की सदाजीवी आदतों के विकल्प तैयार करने के लिए द गुड फूड इंस्टीट्यूट इंडिया, कुछ नया करने वालों और बाजार के शीर्ष नेतृत्व के साथ मिलकर पौधों पर आधारित मीट के विकल्प को तैयार करने में जुटा है।

अब कचरे से बनेंगीं ईंटें!

अब कचरे से बनेंगीं ईंटें!

ट्रेवर एल. जॉकिम्स जुलाई 2022

नेक्सस से प्रशिक्षण पाने वाले स्टार्ट-अप अंगिरस ने बेकार समझकर फेंक दिए जाने वाले पदार्थों का इस्तेमाल करते हुए कम उत्सर्जन वाली ईंटें तैयार कर चिकनी मिट्टी की पारंपरिक ईंटों का विकल्प प्रस्तुत किया है।

नवतकनीकों का सम्मान

नवतकनीकों का सम्मान

माइकल गलांट जुलाई 2022

द वर्ल्ड फूड प्राइज़ विश्व में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, उपज या उपलब्धता को बढ़ाने के लिए नवाचारों को मान्यता देता है और उन्हें प्रोत्साहित करता है।

शहरों में गर्मी की तपन

शहरों में गर्मी की तपन

जैसन चियांग जून 2022

शोधकर्ताओं ने गर्मी के दबाव और कार्बन उत्सर्जन के बीच रिश्तों की पड़ताल की है और यह भी समझने का प्रयास किया है कि शहरी क्षेत्रों में गर्मी की तपन का अहसास क्यों ज्यादा महसूस किया जाता है।

वन प्रबंधन का प्रभावी तरीका

वन प्रबंधन का प्रभावी तरीका

पारोमिता पेन जून 2022

कुशल वन प्रबंधन के जरिए सदाजीवी वन, आर्थिक अवसर और सामुदायिक आजीविका के साधनों का विकास होता है।

खाद्य पदार्थ: नई पहल

खाद्य पदार्थ: नई पहल

नोलानी किर्श्नर मई 2022

खाद्य पदार्थों की बर्बादी से विश्व में भूख की समस्या और गहराती है और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में वृद्धि होती है जो जलवायु संकट का बड़ा कारण है।

शहरों में स्वच्छ हवा

शहरों में स्वच्छ हवा

शेयरअमेरिका मई 2022

वायु प्रदूषण की रोकथाम कर पिछले दशकों में शिकागो, लॉस एंजिलीस और न्यू यॉर्क ने अपनी दास्तां को तब्दील कर दिया है।

जलवायु परिवर्तन से जूझने के लिए खास संवाद

जलवायु परिवर्तन से जूझने के…

ट्रेवर एल. जॉकिम्स अक्टूबर 2021

जलवायु परिवर्तन के हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी पर पड़ते प्रभाव को इंटरएक्टिव दास्तां के स्वरूप में प्रस्तुत कर लोगों में जागरूकता और कार्रवाई को प्रेरित किया जा सकता है।

सूखे से मुकाबला

सूखे से मुकाबला

ट्रेवर एल. जॉकिम्स अक्टूबर 2021

दिल्ली, चेन्नई, कराची, मैड्रिड और इस्तांबुल जैसे विशाल शहरों में पहले से ही सूखे का बड़ा खतरा महसूस हो रहा है और अगले कुछ वर्षों में कई और क्षेत्रों में यह समस्या पैदा हो सकती है।

यही समय है जलवायु पर कदम उठाने का

यही समय है जलवायु पर…

नोलानी किर्शनर सितंबर 2021

जलवायु परिवर्तन पर बने एक अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट के अनुसार यदि हमने अभी कदम नहीं उठाए तो भविष्य में अत्यधिक गर्मी, आग लगने और बाढ़ जैसे मौसम के अति प्रभाव देखने को मिलेंगे।

मूंगा चट्टानों का अध्ययन

मूंगा चट्टानों का अध्ययन

नतासा मिलास जनवरी 2021

आफरीन हुसैन हवाई में अपनी फुलब्राइट-कलाम क्लाइमेट फेलोशिप के दौरान कोरल नर्सरी से नमूने एकत्र करती हुईं। फोटोग्राफ साभार: आफरीन हुसैन

जलवायु परिवर्तन से बचाव

जलवायु परिवर्तन से बचाव

वीरभद्रन रामनाथन मई 2021

राष्टपति जो बाइडन अप्रैल 2021 में व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से जलवायु पर आयोजित वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए। फोटोग्राफ: इवान वुचि©एपी इमेजेज

आपके भोजन से जुड़ी है पृथ्वी की सेहत

आपके भोजन से जुड़ी है…

मई 2021

इस वर्ष वर्चुअल जयपुर साहित्य महोत्सव में अमेरिकी दूतावास नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एक सत्र में लेखक जोनाथन सैफरन फोर और पत्रकार जेफरी गेटलमैन के बीच चर्चा हुई कि किस तरह से हमारी दैनिक गतिविधियां जलवायु परिवर्तन को रोकने के प्रयासों में प्रभावी साबित हो सकती हैं।

हरित बदलाव का अभियान

हरित बदलाव का अभियान

माइकल गलांट मई 2021

पर्यावरण संगठन स्वेच्छा अमेरिकी विदेश विभाग की मदद से तकनीक का इस्तेमाल करने के साथ लोगों को प्रेरित कर भारत में पर्यावरण बदलाव के लिए माहौल बना रहा है।

खाद्य पदार्थों की बर्बादी से पर्यावरण को खतरा

खाद्य पदार्थों की बर्बादी से…

कैनडिस याकोनो मई 2021

खाने की बर्बादी को कम करके, संसाधनों के संरक्षण के साथ पर्यावरण को भी फायदा पहुंचाया जा सकता है।

शहर बदलेंगे, तभी बचेंगे

शहर बदलेंगे, तभी बचेंगे

स्टीव फ़ॉक्स मई 2021

जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शहरों में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनुकूलन रणनीति अपनाने की ज़रूरत है।

सौर क्षमता को नई दिशा

सौर क्षमता को नई दिशा

जैसन चियांग मार्च 2021

रेनक्यूब तकनीक प्रोटोटाइप। इस स्टार्ट-अप ने मोशन फ्री ऑप्टिकल ट्रैकिंग तकनीक विकसित की है जिससे सौर पैनल पर सूर्य की रोशनी की दिशा में तब्दीली लाकर उसकी क्षमता में अच्छी बढ़ोतरी की जा सकती है। फोटोग्राफ: साभार रेनक्यूब

जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए क्षमता निर्माण

जलवायु परिवर्तन से निपटने के…

स्टीव फॉक्स मार्च 2021

डॉ. सोन्जा क्लिंस्की ने आईआईटी दिल्ली में स्कूल ऑफ़ पब्लिक पॉलिसी के संस्थापक प्रमुख प्रोफ़ेसर अंबुज सागर से गठजोड़ किया। एकेडमिक जरनल का ऐसा विशेषांक निकालने के लिए जो जलवायु परिवर्तन पर क्षमता निर्माण और विकास नीति पर केंद्रित हो। फोटोग्राफ: डॉ. क्लिंस्की (बाएं) और प्रोफेसर सागर (दाएं)

शुद्ध हवा के लिए साथ-साथ

शुद्ध हवा के लिए साथ-साथ

माइकल गलांट सितंबर 2020

भारत में वायु प्रदूषण की समस्या काफी गंभीर है और यह लगातार बनी हुई है। इससे लाखों लोगों की सेहत पर असर पड़ता है। लेकिन एक नई अभिनव साझेदारी स्थानीय स्तर पर वायु की गुणवत्ता को लेकर जागरूकता के प्रयासों के माध्यम से इस बड़े मसले से जूझने के संकेत दे रही है।

वन संपदा का संरक्षण

वन संपदा का संरक्षण

मेगन मैक्ड्रू जुलाई 2020

यूएसएड की मदद से शुरू फॉरेस्ट-प्लस का मकसद वनों के प्रबंधन के अलावा जलवायु में बदलाव को रोकना, जैव विविधता का संरक्षण और आजीविका लाभ में बढ़ोतरी करना है।

प्रकृति से प्यार की नई उड़ान

प्रकृति से प्यार की नई…

कैनडिस याकोनो जनवरी 2020

भारत के बटऱफ्लाई मैन इसाक केहिमकर ने फुलब्राइट फेलोशिप के दौरान अमेरिकी गैरसरकारी संस्थाओं का अध्ययन किया था। अपने काम के साथ ही वह यह भी बता रहे हैं कि इस दौरान उन्होंने क्या सीखा।

कचरे से फैशन उत्पाद

कचरे से फैशन उत्पाद

कैनडिस याकोनो नवंबर 2019

लिफाफा ने नवप्रवर्तित उत्पादन प्रक्रिया को अपनाते हुए, कचरा बीनने वालों से साझेदारी करके प्लास्टिक कचरे से स्टाइलिश हैंड बैग और दूसरे उत्पादों को तैयार किया है।

शुद्ध हवा की तकनीक

शुद्ध हवा की तकनीक

जैसन चियांग नवंबर 2019

नेक्सस से प्रशिक्षित स्टार्ट-अप शिलिंग्स एयर वायु प्रदूषण खत्म करने के लिए ऐसे उत्पाद और सेवाएं देने का काम करती है जो किफायती होने के साथ साफ हवा का आकलन करने में भी मदद देते हैं।

कचरा-मुक्त जीवनशैली

कचरा-मुक्त जीवनशैली

कैनडिस याकोनो नवंबर 2019

टेककैंप साउथ एशिया में भागीदारी करने वालीं सहर मंसूर के स्टार्ट-अप बेयर नेसेसिटीज द्वारा ऐसे निजी और घरेलू देखभाल उत्पाद बनाए जाते हैं जो पर्यावरण अनुकूल हैं और जिनमें बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग का इस्तेमाल होता है।

कृषि कचरे से प्लेट-कटोरी!

कृषि कचरे से प्लेट-कटोरी!

माइकल गलांट मई 2019

नई दिल्ली की एक स्टार्ट-अप कंपनी क्रिया लैब्स कृषि कचरे को मूल्यवान संसाधन में तब्दील कर उससे पर्यावरण अनुकूल कागज़ के साथ ही प्लेट और कटोरी भी बना रही है।

प्रदूषण से कलाकृतियां

प्रदूषण से कलाकृतियां

माइकल गलांट मई 2019

ग्रैविकी लैब्स प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक कणों को कलाकारों के काम आने वाली चीज़ों में तब्दील कर देती है।

प्रदूषण थामो, सेहत बचाओ

प्रदूषण थामो, सेहत बचाओ

स्टीव फ़ॉक्स मई 2019

फुलब्राइट-नेहरू फेलो जोशुआ आप्टे का ऑस्टिन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास का रिसर्च ग्रुप शहरी इलाकों के वायु प्रदूषकों, आबादी से उनके संसर्ग और मानव स्वास्थ्य के बीच के संबंधों को समझने के संयुक्त प्रयासों में भागीदारी कर रहा है।

फोटोलाइट से साफ हवा

फोटोलाइट से साफ हवा

जैसन चियांग मई 2019

आदर्श शुक्ला अपनी फोटोलाइट कोटिंग का इस्तेमाल कर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद कर रहे हैं।

आसवन तकनीक में हरित पहल

आसवन तकनीक में हरित पहल

जैसन चियांग जून 2019

श्रेया दवे अपनी नई तकनीक के ज़रिये खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग में रसायनों को अलग करने पर खर्च ऊर्जा में 90 प्रतिशत की कमी ला सकती हैं।

फूलों ने दिखाई डगर

फूलों ने दिखाई डगर

रंजीता बिस्वास मई 2019

‘‘हेल्प अस ग्रीन’’ फूलों और कृषि अवशेषों को संसाधित कर कई तरह के उत्पाद तैयार करता है जिनमें थर्मोकोल का पर्यावरण अनुकूल विकल्प भी शामिल है।

कचरे को मिली नई मंज़िल

कचरे को मिली नई मंज़िल

हिलैरी होपोक मार्च 2019

जैपर मशीन कूड़े को बायोडिग्रेडेबल और नॉन बायोडिग्रेबल श्रेणी में अलग-अलग छांट देती है। बायोडिग्रेडेबल कूड़े से कम्पोस्ट बनाया जाता है, जबकि नॉन- बायोडिग्रेडेबल कूड़ा अंत में रिसाइकिल कूड़े के साथ बाहर निकल जाता है।

बाघों को बचाने का विज्ञान

बाघों को बचाने का विज्ञान

नतासा मिलास मार्च 2019

फुलब्राइट-नेहरू फेलो उमा रामाकृष्णन आनुवंशिकी का इस्तेमाल कर भारत में बाघों के संरक्षणके काम में जुटी हैं।

मन बदलो, पर्यावरण बचाओ

मन बदलो, पर्यावरण बचाओ

नतासा मिलास नवंबर 2018

ऐसे कौन से पूर्वाग्रह हैं जो संसाधनों और खासतौर पर जल और ऊर्जा संसाधनों के इस्तेमाल के बारे में लोगों के फैसले तय करते हैं? इंडियाना यूनिवर्सिटी में अपने शोध में शाहज़ीन ज़ेड. अट्टारी इसी विषय की पड़ताल कर रही है।