जलवायु शिक्षा से सशक्तिकरण
फुलब्राइट- कलाम फेलो जोशुआ रोजेन्थॉल ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रबंधन पर केंद्रित सार्वजनिक स्वास्थ्य पाठ्यक्रम को विकसित करने में एक भारतीय शैक्षणिक संस्थान की सहायता की।
संबंधों की पर्यावरण अनुकूल बुनियाद
अमेरिकी दूतावास का नया परिसर, पर्यावरण अनुकूलता और सदाजीविता पर जोर देते हुए कार्यक्षमता को बढ़ाने वाला होगा।
नदियों के संरक्षण के लिए…
नदियों पर शोध की पहल के रूप में इच्छामती नदी में प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए एक अभिनव प्रोजेक्ट को अमेरिकी कांसुलेट जनरल कोलकाता की ओर से मदद दी जा रही है।
जलवायु बदलाव के साथ सेहत…
अमेरिकी सरकार अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) के माध्यम से भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में सहायता के साथ जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सक्षमता बढ़ाते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान कर रही है।
जलवायु समाधान: युवाओं की पहल
अमेरिकी कांसुलेट जनरल कोलकाता की पहल पर जलवायु परिवर्तन को लेकर शुरू हुआ प्रोजेक्ट द यंग अनहर्ड वॉयसेज़ फॉर एक्शन (युवा) अगली पीढ़ी के जलवायु नेतृत्वकर्ताओं को तैयार कर रहा है।
हाथियों के शिकार की दास्तां
हाथीदांत के लिए भारत के सबसे बड़े अवैध शिकार मामले की जांच पर आधारित है सिरीज़ ‘‘पोचर।’’ पिछले दिनों अमेरिकन सेंटर नई दिल्ली में इसका प्रीव्यू किया गया।
भीषण गर्मी के लिए हम…
जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में अमेरिकी दूतावास द्वारा प्रायोजित सत्र में एक पैनलिस्ट लेखक जेफ गुडेल भी शामिल हुए। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और गर्मी के खतरों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
बेहतर पृथ्वी के लिए एआई…
डेविड सैंडालो इस बात का प्रयास करते हैं कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से जूझने में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस का किस तरह से इस्तेमाल हो सकता है।
तकनीक के सहारे महासागरों का…
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाधानों से लेकर समुदाय आधारित पहलों तक, कोच्चि टेक कैंप में ऐसे प्रयास सामने आए हैं जो तकनीक के बूते सदाजीविता को प्रोत्साहित करेंगे।
प्रकृति के संरक्षण की मुहिम
फुलब्राइट-नेहरू फेलो मानसी बाल भार्गव जल संरक्षण और पर्यावरण के लिए कार्य करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
कचरा प्रबंधन में नई पहल
नेक्सस से प्रशिक्षित स्टार्ट-अप आकरी तकनीक के बूते घरों से कचरा संग्रहण के कार्य को व्यवस्थित करने और छंटाई किए गए कचरे को रीसाइक्लिंग नेटवर्क के साथ जोड़ रहा है।
वायु प्रदूषण : सेहत पर…
वायु गुणवत्ता विशेषज्ञ रिचर्ड पेल्टियर पिछले दिनों अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा प्रायोजित भारत की यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने वायु प्रदूषण की गंभीरता और जलवायु परिवर्तन के साथ इसके संबंधों पर रोशनी डाली।
संकट, समाधान और कार्रवाई
बायोजियोकेमिस्ट और लेखक गैब्रियल फिलिपेली ने जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में अमेरिकी दूतावास द्वारा प्रायोजित सत्र में सदाजीविता और जलवायु अनुकूल अर्थव्यवस्थाओं को लेकर अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
हरित भविष्य की पहल
सदाजीविता और रिसाइक्लिंग पर इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम के पूर्व प्रतिभागी प्रक्षाल मेहता की पहल पर्यावरण के प्रति जागरूक समुदाय तैयार कर रही है।
लहरों का सामना
अमेरिकी सरकार के एक्सचेंज प्रोग्राम के प्रतिभागियों की एक अभिनव परियोजना से केरल में लोगों को उच्च ज्वार की स्थिति से मुकाबले के लिए तैयार करने में सहायता मिल रही है।
बेहतर ज़िंदगी के समाधान
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम के प्रतिभागी अनिकेत भातखंडे नवाचार और नेतृत्व के माध्यम से पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा एवं सदाजीविता को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
कचरा निपटारे का सदाजीवी समाधान
नेक्सस की पूर्व प्रतिभागी वैदेही नाइक नंदोला का स्टार्ट-अप एकोबार्न कचरे को संसाधित करने के तरीके में बदलाव लाकर पर्यावरण की रक्षा करने में सहायता कर रहा है।
माहवारी स्वच्छता की नई पहल
नेक्सस और यूएसएड की सहायता से दो स्टार्ट-अप भारत में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन में तब्दीली ला रहे हैं।
नए आइडिया को प्रोत्साहन
फुलब्राइट-नेहरू फेलो पोरसेल्वी से जानिए कि एक्सचेंज प्रोग्राम से किस तरह नई साहित्यिक कृतियों और पहलों की प्रेरणा मिली।
जलवायु परिवर्तन और विक्लांगता
अमेरिकी फुलब्राइट स्कॉलर और मल्टीमीडिया पत्रकार जैसन स्ट्रोथर ने इस बात की पड़ताल की है कि जलवायु परिवर्तन का विक्लांग व्यक्तियों पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है।
समाधानों की तलाश
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम में भागीदारी करने वाले ओडिशा के चार प्रतिभागियों के जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए अमेरिका द्वारा किए जा रहे प्रयासों के अनुभव।
प्लास्टिक की नई दास्तां
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम की पूर्व प्रतिभागी प्रतिभा भारती तकनीकी विशेषज्ञ की अपनी नौकरी छोड़ सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इकोफ्रेंडली विकल्प तैयार करने में जुट गईं।
यह बाइक है पर्यावरण की…
अमेरिका के इंटरनेशनल डवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन की मदद से यूलू बाइक भारत में कार्बन उत्सर्जन और ट्रैफ़िक के दबाव को कम करने में सहायता कर रही है।
चक्रीय अर्थव्यवस्था का निर्माण
रिमैन्युफैक्चरिंग प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भरता को कम कर संसाधनों के किफायती इस्तेमाल वाली अर्थव्यवस्था को तैयार कर सकती है।
वायु प्रदूषण की रोकथाम
नेक्सस के पूर्व प्रतिभागी और उद्यमी संजय मौर्य से जानिए कि हम स्वच्छ हवा के लिए किस तरह अपना योगदान दे सकते हैं।
जलवायु परिवर्तन के दौर में…
जलवायु परिवर्तन के मद्देनज़र किस्सागोई और साहित्य से मानव व्यवहार पर पड़ने वाले प्रभावों पर जानिए लेखक मार्टिन पुचनर का नज़रिया।
प्लास्टिक कचरे से अनूठे उत्पाद
सोनल शुक्ला का स्टार्ट-अप इकॉंशस, एक अनूठे रिसाइक्लिंग मॉडल के माध्यम से प्लास्टिक कचरे से होने वाले प्रदूषण को कम करने के काम में जुटा है।
बढ़ते वृक्ष, बेहतर हवा
द ट्रीज़ आउटसाइड फॉरेस्ट इन इंडिया कार्यक्रम से देश में प्राकृतिक पर्यावरण को बेहतर बनाने में तो मदद मिल ही रही है, साथ ही खेतों, शहरों और उद्यानों में वृक्षारोपण से अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिल रहा है।
साइकिल चलाएं, साफ हवा पाएं!
शहरों में सुरक्षित भविष्य और हवा को स्वच्छ रखने के लिए बहुत ज़रूरी है कि कार्बन उत्सर्जन को कम किया जाए। इस काम में मददगार बनने के लिए बाइसिकिल मेयर्स नेटवर्क ने भारत में एक अनूठी पहल की है।
पर्यावरण का ध्यान रखने वाले…
ब्राउन लिविंग ऑनलाइन मार्केट है जो पर्यावरण अनुकूल उपभोग को नया नॉर्मल व्यवहार बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
पर्यावरण और जैव विविधता के…
पर्यावरणविद सौम्य रंजन बिस्वाल ओडिशा में मैंग्रोव और दलदली भूमि में जैव विविधता के संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं।
टूटे कूड़ेदान से संगीत के…
केल्सी रे और 2बी1 के लिए ताली बजाइए, जो बेकार समझ कर फेंक दी गई चीज़ों को रिसाइकल कर वाद्य यंत्रों को तैयार करने के साथ ही लोगों को जलवायु परिवर्तन के बारे में भी जागरूक करते हैं।
जलवायु संकट: समाधान की पहल
अमेरिकी विदेश विभाग की फंडिंग की मदद से संचालित एक कार्यक्रम में जलवायु संकट से निपटने के लिए दक्षिण एशिया के पांच देशों के सर्वाधिक प्रतिभाशाली लोग साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
रेलवे में नई ऊर्जा पहल
यूएसएड इस बात के लिए प्रयास कर रहा है कि भारतीय रेलवे के नेटवर्क को 2030 तक नेट ज़ीरो एनर्जी की खपत वाला बनाया जा सके।
दलदली भूमि का संरक्षण ज़रूरी
तटीय और भूभाग पर मौजद दलदली क्षेत्र अमेरिका के 5.5 प्रतिशत इलाके पर है। जानिए कि अमेरिका की संघीय और राज्य सरकारें इन्हें संरक्षित करने के लिए क्या कर रही हैं।
लखनऊ के ऊर्जा कुशल हरित…
यूएसएड, लखनऊ विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर ऐसे घरों का निर्माण कर रहा है जो पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा की कम खपत करने वाले हैं।
विकास के साथ वन्यजीव संरक्षण
अमेरिकी और भारतीय शोधकर्मी उन तरीकों का अध्ययन कर रहे हैं जिससे वन्यजीवों के गलियारों का इस तरह से संरक्षण किया जा सके कि बाघों के जीवित रहने और उनके पनपने के लिए जरूरी गतिशालता पर असर न पड़े।
(फुल)ब्राइट भविष्य
फुलब्राइट-नेहरू फेलोशिप हासिल करने वाले तीऩ फेलो ने भारत में शोध के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया और साथ ही एक्सचेंज कार्यक्रम के माध्यम से मिलने वाले अतुलनीय अनुभव पर चर्चा की।
कचरा प्रबंधन से बेहतर समुदाय
विटमन कॉलेज की पूर्व विद्यार्थी गौरी मिराशी का लक्ष्य है सदाजीवी शहर बनाना। इसके लिए वह समुदायों को इस तरह से सशक्त बनाती हैं कि वे अपने परिवेश के साथ तालमेल बनाते हुए रहें।
वन प्रबंधन का प्रभावी तरीका
कुशल वन प्रबंधन के जरिए सदाजीवी वन, आर्थिक अवसर और सामुदायिक आजीविका के साधनों का विकास होता है।
मन बदलो, पर्यावरण बचाओ
ऐसे कौन से पूर्वाग्रह हैं जो संसाधनों और खासतौर पर जल और ऊर्जा संसाधनों के इस्तेमाल के बारे में लोगों के फैसले तय करते हैं? इंडियाना यूनिवर्सिटी में अपने शोध में शाहज़ीन ज़ेड. अट्टारी इसी विषय की पड़ताल कर रही है।
पैकेजिंग के टिकाऊ विकल्प
इकोविया और धारक्षा इकोसॉल्यूशंस ने ई-कॉमर्स उद्योग के लिए प्लास्टिक पैकेजिंग के टिकाऊ विकल्प तैयार किए हैं।
पर्यावरण अनुकूल एयरकंडीशनिंग
जैसे-जैसे गर्मियों में तापमान बढ़ रहा है, ईईएसएल के बेहद प्रभावी एयरकंडीशनिंग कार्यक्रमों का मकसद ऊर्जा की कम खपत में ज्यादा शीतलता देने वाले उपकरणों को प्रोत्साहित करने का है।
बदलाव की पहल
पॉवर की अनोखी पहल से महिलाएं अपने भविष्य की कमान अपने हाथों में ले रही हैं और वह भी पर्यावरण अनुकूल रास्तों को अपना कर।
बाघों को बचाने का विज्ञान
फुलब्राइट-नेहरू फेलो उमा रामाकृष्णन आनुवंशिकी का इस्तेमाल कर भारत में बाघों के संरक्षणके काम में जुटी हैं।
नवतकनीकों का सम्मान
द वर्ल्ड फूड प्राइज़ विश्व में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, उपज या उपलब्धता को बढ़ाने के लिए नवाचारों को मान्यता देता है और उन्हें प्रोत्साहित करता है।
अब कचरे से बनेंगीं ईंटें!
नेक्सस से प्रशिक्षण पाने वाले स्टार्ट-अप अंगिरस ने बेकार समझकर फेंक दिए जाने वाले पदार्थों का इस्तेमाल करते हुए कम उत्सर्जन वाली ईंटें तैयार कर चिकनी मिट्टी की पारंपरिक ईंटों का विकल्प प्रस्तुत किया है।
भोजन का भविष्य
भोजन की सदाजीवी आदतों के विकल्प तैयार करने के लिए द गुड फूड इंस्टीट्यूट इंडिया, कुछ नया करने वालों और बाजार के शीर्ष नेतृत्व के साथ मिलकर पौधों पर आधारित मीट के विकल्प को तैयार करने में जुटा है।
आसवन तकनीक में हरित पहल
श्रेया दवे अपनी नई तकनीक के ज़रिये खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग में रसायनों को अलग करने पर खर्च ऊर्जा में 90 प्रतिशत की कमी ला सकती हैं।
फूलों ने दिखाई डगर
‘‘हेल्प अस ग्रीन’’ फूलों और कृषि अवशेषों को संसाधित कर कई तरह के उत्पाद तैयार करता है जिनमें थर्मोकोल का पर्यावरण अनुकूल विकल्प भी शामिल है।
कचरा-मुक्त जीवनशैली
टेककैंप साउथ एशिया में भागीदारी करने वालीं सहर मंसूर के स्टार्ट-अप बेयर नेसेसिटीज द्वारा ऐसे निजी और घरेलू देखभाल उत्पाद बनाए जाते हैं जो पर्यावरण अनुकूल हैं और जिनमें बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग का इस्तेमाल होता है।
वन संपदा का संरक्षण
यूएसएड की मदद से शुरू फॉरेस्ट-प्लस का मकसद वनों के प्रबंधन के अलावा जलवायु में बदलाव को रोकना, जैव विविधता का संरक्षण और आजीविका लाभ में बढ़ोतरी करना है।
शहरों में गर्मी की तपन
शोधकर्ताओं ने गर्मी के दबाव और कार्बन उत्सर्जन के बीच रिश्तों की पड़ताल की है और यह भी समझने का प्रयास किया है कि शहरी क्षेत्रों में गर्मी की तपन का अहसास क्यों ज्यादा महसूस किया जाता है।
कचरे से फैशन उत्पाद
लिफाफा ने नवप्रवर्तित उत्पादन प्रक्रिया को अपनाते हुए, कचरा बीनने वालों से साझेदारी करके प्लास्टिक कचरे से स्टाइलिश हैंड बैग और दूसरे उत्पादों को तैयार किया है।
कचरे को मिली नई मंज़िल
जैपर मशीन कूड़े को बायोडिग्रेडेबल और नॉन बायोडिग्रेबल श्रेणी में अलग-अलग छांट देती है। बायोडिग्रेडेबल कूड़े से कम्पोस्ट बनाया जाता है, जबकि नॉन- बायोडिग्रेडेबल कूड़ा अंत में रिसाइकिल कूड़े के साथ बाहर निकल जाता है।
प्रदूषण से कलाकृतियां
ग्रैविकी लैब्स प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक कणों को कलाकारों के काम आने वाली चीज़ों में तब्दील कर देती है।
प्रदूषण थामो, सेहत बचाओ
फुलब्राइट-नेहरू फेलो जोशुआ आप्टे का ऑस्टिन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास का रिसर्च ग्रुप शहरी इलाकों के वायु प्रदूषकों, आबादी से उनके संसर्ग और मानव स्वास्थ्य के बीच के संबंधों को समझने के संयुक्त प्रयासों में भागीदारी कर रहा है।
फोटोलाइट से साफ हवा
आदर्श शुक्ला अपनी फोटोलाइट कोटिंग का इस्तेमाल कर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद कर रहे हैं।
शुद्ध हवा के लिए साथ-साथ
भारत में वायु प्रदूषण की समस्या काफी गंभीर है और यह लगातार बनी हुई है। इससे लाखों लोगों की सेहत पर असर पड़ता है। लेकिन एक नई अभिनव साझेदारी स्थानीय स्तर पर वायु की गुणवत्ता को लेकर जागरूकता के प्रयासों के माध्यम से इस बड़े मसले से जूझने के संकेत दे रही है।
शुद्ध हवा की तकनीक
नेक्सस से प्रशिक्षित स्टार्ट-अप शिलिंग्स एयर वायु प्रदूषण खत्म करने के लिए ऐसे उत्पाद और सेवाएं देने का काम करती है जो किफायती होने के साथ साफ हवा का आकलन करने में भी मदद देते हैं।
शहरों में स्वच्छ हवा
वायु प्रदूषण की रोकथाम कर पिछले दशकों में शिकागो, लॉस एंजिलीस और न्यू यॉर्क ने अपनी दास्तां को तब्दील कर दिया है।
खाद्य पदार्थ: नई पहल
खाद्य पदार्थों की बर्बादी से विश्व में भूख की समस्या और गहराती है और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में वृद्धि होती है जो जलवायु संकट का बड़ा कारण है।
कृषि कचरे से प्लेट-कटोरी!
नई दिल्ली की एक स्टार्ट-अप कंपनी क्रिया लैब्स कृषि कचरे को मूल्यवान संसाधन में तब्दील कर उससे पर्यावरण अनुकूल कागज़ के साथ ही प्लेट और कटोरी भी बना रही है।
सूखे से मुकाबला
दिल्ली, चेन्नई, कराची, मैड्रिड और इस्तांबुल जैसे विशाल शहरों में पहले से ही सूखे का बड़ा खतरा महसूस हो रहा है और अगले कुछ वर्षों में कई और क्षेत्रों में यह समस्या पैदा हो सकती है।
आपके भोजन से जुड़ी है…
इस वर्ष वर्चुअल जयपुर साहित्य महोत्सव में अमेरिकी दूतावास नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एक सत्र में लेखक जोनाथन सैफरन फोर और पत्रकार जेफरी गेटलमैन के बीच चर्चा हुई कि किस तरह से हमारी दैनिक गतिविधियां जलवायु परिवर्तन को रोकने के प्रयासों में प्रभावी साबित हो सकती हैं।
हरित बदलाव का अभियान
पर्यावरण संगठन स्वेच्छा अमेरिकी विदेश विभाग की मदद से तकनीक का इस्तेमाल करने के साथ लोगों को प्रेरित कर भारत में पर्यावरण बदलाव के लिए माहौल बना रहा है।
प्रकृति से प्यार की नई…
भारत के बटऱफ्लाई मैन इसाक केहिमकर ने फुलब्राइट फेलोशिप के दौरान अमेरिकी गैरसरकारी संस्थाओं का अध्ययन किया था। अपने काम के साथ ही वह यह भी बता रहे हैं कि इस दौरान उन्होंने क्या सीखा।
यही समय है जलवायु पर…
जलवायु परिवर्तन पर बने एक अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट के अनुसार यदि हमने अभी कदम नहीं उठाए तो भविष्य में अत्यधिक गर्मी, आग लगने और बाढ़ जैसे मौसम के अति प्रभाव देखने को मिलेंगे।
शहर बदलेंगे, तभी बचेंगे
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शहरों में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनुकूलन रणनीति अपनाने की ज़रूरत है।
खाद्य पदार्थों की बर्बादी से…
खाने की बर्बादी को कम करके, संसाधनों के संरक्षण के साथ पर्यावरण को भी फायदा पहुंचाया जा सकता है।
जलवायु परिवर्तन से जूझने के…
जलवायु परिवर्तन के हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी पर पड़ते प्रभाव को इंटरएक्टिव दास्तां के स्वरूप में प्रस्तुत कर लोगों में जागरूकता और कार्रवाई को प्रेरित किया जा सकता है।
सौर क्षमता को नई दिशा
रेनक्यूब तकनीक प्रोटोटाइप। इस स्टार्ट-अप ने मोशन फ्री ऑप्टिकल ट्रैकिंग तकनीक विकसित की है जिससे सौर पैनल पर सूर्य की रोशनी की दिशा में तब्दीली लाकर उसकी क्षमता में अच्छी बढ़ोतरी की जा सकती है। फोटोग्राफ: साभार रेनक्यूब
जलवायु परिवर्तन से निपटने के…
डॉ. सोन्जा क्लिंस्की ने आईआईटी दिल्ली में स्कूल ऑफ़ पब्लिक पॉलिसी के संस्थापक प्रमुख प्रोफ़ेसर अंबुज सागर से गठजोड़ किया। एकेडमिक जरनल का ऐसा विशेषांक निकालने के लिए जो जलवायु परिवर्तन पर क्षमता निर्माण और विकास नीति पर केंद्रित हो। फोटोग्राफ: डॉ. क्लिंस्की (बाएं) और प्रोफेसर सागर (दाएं)
मूंगा चट्टानों का अध्ययन
आफरीन हुसैन हवाई में अपनी फुलब्राइट-कलाम क्लाइमेट फेलोशिप के दौरान कोरल नर्सरी से नमूने एकत्र करती हुईं। फोटोग्राफ साभार: आफरीन हुसैन
जलवायु परिवर्तन से बचाव
राष्टपति जो बाइडन अप्रैल 2021 में व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से जलवायु पर आयोजित वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए। फोटोग्राफ: इवान वुचि©एपी इमेजेज