
सरहदाें से परे हैं ये…
फुलब्राइट-नेहरू फेलो कावेरी कौल अपनी डॉक्यूमेंट्री ‘‘द बंगाली’’ और अमेरिका में दक्षिण-एशियाई और अफ्रीकी-अमेरिकियों के बीच संबंधों के बारे में बता रही हैं।

संगीत से मैत्री की डोर
सितारवादक ऋषभ रिखीराम शर्मा सितार के साथ अपने लगाव और अमेरिका में उसे जारी रखने के अपने अनुभव के बारे में बता रहे हैं।

कम्युनिटी लीडर बनाने की पहल
रीजनल इंग्लिश लैंग्वेज ऑफ़िस (रेलो) एक्सेस प्रोग्राम के पूर्व प्रतिभागियों ने सामुदायिक सेवा से जुड़े अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।

Coming Together Through Dance and…
Artistic collaboration between an Indian dancer and American musician forges bonds of creativity and innovation.

संस्कृतियों के बीच संवाद
अमेरिकी फुलब्राइट-नेहरू फेलो एनस ड्रेमेन इंग्लिश टीचिंग असिस्टेंट हैं। उन्होंने भाषा और संस्कृति के नज़रिए से भारत को समझने की कोशिश की और अपने अनुभव को साझा कर रही हैं।

लोक गीतों में समानता की…
फुलब्राइट-नेहरू फेलो क्रिश्चियन जेम्स ने कांगड़ा घाटी में लोक गीतों की परंपरा का अध्ययन किया औरदेखा कि किस तरह से एक गैरसरकारी संगठन ने लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए इसको माध्यम बनाया ।

भारत की खोज, हिंदी और…
ए.आई.आई.एस. लैंग्वेज प्रोग्राम को भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए सही तौर पर ‘‘गोल्ड स्टैंडर्ड’’ माना जाता है, और इनमें हिंदी प्रोग्राम हमेशा सबसे बड़ा और सर्वाधिक लोकप्रिय रहा है।

कैलिफ़ोर्निया में हिंदी की पढ़ाई
हिंदी पढ़ने का विकल्प चुनने वाले अधिकतर भारतीय विरासत वाले होते हैं जो अपनी पुरातन संस्कृति से फिर से जुड़ना चाहते हैं या भारत में शोध करने वाले पीएच.डी. विद्यार्थी होते हैं।

‘‘बेटी के साथ हिंदी कार्टून…
हिंदी सीखने के बाद भारत में संवाद करने को लेकर करण मुद्गल का आत्मविश्वास मज़बूत हुआ।

हिंदी का ज्ञान बनाएगा कला…
रोमा पटेल अमेरिकी सरकार के भाषा प्रोग्राम के माध्यम से हिंदी सीख कर अपने कला शोध कौशल को बेहतर बना रही हैं।

फ़ुलब्राइट स्कॉलरशिप ने बदल दी…
एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से अमेरिका गईं शिल्पा परनामी ने हिंदी अध्यापन से नाता जोड़ा।

जयपुर का लोकप्रिय हिंदी प्रोग्राम
ए.आई.आई.एस. में सबसे ज्यादा लोकप्रिय समर लैंग्वेज प्रोग्राम हैं। प्रोग्राम की छोटी अवधि के कारण इसमें विद्यार्थी काफी दिलचस्पी दिखाते हैं।

अनूठा लाभकारी अनुभव
बोस्टन यूनिवर्सिटी का विश्व भाषा और साहित्य विभाग हिंदी-उर्दू समेत बहुत-सी भाषाओं में संवाद आधारित अध्ययन का अवसर प्रदान करता है।

हिंदी के माध्यम से अमेरिका-भारत…
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडियन स्टडीज के हिंदी प्रोग्राम में अमेरिकी विद्यार्थी हिंदी भाषा बोलने, सुनने, पढ़ने और लिखने के चारों तरह के कौशल विकसित कर पाते हैं।

नई दिल्ली ओवरसीज ऑपरेशंस फ़ील्ड…
लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस का नई दिल्ली फ़ील्ड ऑफ़िस दक्षिण एशिया से लाइब्रेरी सामग्री को हासिल कर उसे पूरे विश्व में शोधकर्मियों को वितरित करता है।

महामारियों की पहचान
अमेरिकी सरकार की सहायता से चलने वाले महामारी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम से जन स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे कौशलों को हासिल कर पाते हैं, जिनसे स्वास्थ्य के लिए खतरों का जल्द पता लगाया जा सके और समय रहते कदम उठाए जा सकें।

संबंधों का सशक्त मैत्री-सेतु
भारत में अमेरिका के नए राजदूत एरिक गार्सेटी बता रहे हैं कि दोनों देशों के संबंधों को लेकर उन्हें क्या चीज़ सबसे ज्यादा उत्साहित करती है।

ट्रांसजेंडर समुदाय के पक्ष में…
सामाजिक कार्यकर्ता और इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम की प्रतिभागी जया भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए काम कर रही हैं।

महिला उद्यमियों की मदद
अमेरिकी विदेश विभाग और यूसएड समर्थित कार्यक्रम की मदद से महिला उद्यमी न सिर्फ डिजिटल साक्षर हुईं, बल्कि पूरे भारत में अपने परामर्शकों से संवाद कर पा रही हैं।

एक एक्टिविस्ट की ज़िंदगी
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम की प्रतिभागी और एक्टिविस्ट रुद्राणी छेत्री भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए समावेशी और सुरक्षित दुनिया बनाने के लिए प्रयासरत हैं।

समावेशी प्रयासों की मुहिम
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (आईवीएलपी) के प्रतिभागी मानक मटियानी समावेशन और युवा नेतृत्व तैयार करने के लिए काम कर रहे हैं।

खबरों की सच्चाई के नुस्खे
हैदराबाद स्थित अमेरिकी कांसुलेट जनरल और उस्मानिया यूनिवर्सिटी ने फर्जी खबरों का पर्दाफाश करने के लिए तेलुगू टीवी पत्रकारों को प्रशिक्षित किया। इन्हीं प्रशिक्षित पत्रकारों में प्रदीप कुमार बोडापातला भी हैं। उनका कहना है कि इस प्रशिक्षण के चलते वह समाचारों में गुणवत्ता का ध्यान रख पाए।

झूठी खबरों की चुनौती
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (आईवीएलपी) की पूर्व प्रतिभागी श्रुति पंडालाई बता रही हैं कि झूठी खबरों और भ्रामक सूचनाओं की चुनौती से किस तरह निपटा जाए।

सूचना परिदृश्य की तस्वीर
इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (आईवीएलपी ) के प्रतिभागी प्रतीक वाघरे सूचना तंत्र की बदलती कार्यशैली और तथ्यात्मक एवं सही समाचारों को बनाए रखने में मीडिया और शिक्षाविदों की भूमिका के बारे में बता रहे हैं।

जलवायु संकट: समाधान की पहल
अमेरिकी विदेश विभाग की फंडिंग की मदद से संचालित एक कार्यक्रम में जलवायु संकट से निपटने के लिए दक्षिण एशिया के पांच देशों के सर्वाधिक प्रतिभाशाली लोग साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

क्वॉड फेलो: अनूठे समाधानों का…
क्वॉड फेलोशिप विजेता तीन भारतीयों ने विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) विषयों की अपनी शिक्षा का इस्तेमाल समाज को बेहतर बनाने के अभिनव समाधान खोजने में किया।

रेलवे में नई ऊर्जा पहल
यूएसएड इस बात के लिए प्रयास कर रहा है कि भारतीय रेलवे के नेटवर्क को 2030 तक नेट ज़ीरो एनर्जी की खपत वाला बनाया जा सके।

अमेरिकी विदेश मंत्री भारत में
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की यात्रा के कुछ दृश्यों पर एक नज़र।

समुदायों के लिए जल सुरक्षा
यूएसएड और मैत्री एक्वाटेक द्वारा शुरू हवा से पानी मुहैया कराने वाला कियोस्क एक ऐसी पहल है जिसके कारण स्वच्छ पानी एक साझा संसाधन बन गया है।

गांधी-किंग विरासत से नेतृत्व की…
गांधी-किंग फेलोशिप के तहत भारत और अमेरिका के 20 युवा नागरिक लीडर एक मंच पर आकर, उदाहरण पेश कर नेतृत्व की राह पर अग्रसर होते हैं।

हॉकी से प्यार ने बदला…
ग्रामीण झारखंड की पांच लड़कियों ने अपने नेतृत्व कौशल को निखारा और वर्मोंट के हॉकी शिविर में जीवनभर चलने वाली यादें जुटाईं।

चेन्नई में मंगल यान ऑपर्च्यूनिटी!
नासा के मार्स रोवर ऑपर्च्यूनिटी का पूर्ण आकार मॉडल चेन्नई में अमेरिकन सेंटर में प्रदर्शित किया गया है। इसे कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने तैयार किया है।

बढ़ती उम्र में सेहत के…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हेल्थ की फंडिंग से किया गया एक अध्ययन भारत में डिमेंशिया के बारे में समझ बढ़ाने और बुढ़ापे की तरफ बढ़ती आबादी के लिए नीतियों को तैयार करने में सहायता दे रहा है।

अमेरिका में भारतीय मसाले
कैलिफ़ोर्निया की एक कंपनी के एक ही स्रोत से लिए गए सुगंधित मसाले सदाजीविता के साथ ही भारतीय भोजन पाक कला और संस्कृति के बारे में समझ को विस्तार दे रहे हैं।

बेहतर विकास के लिए मज़बूत…
पिता-पुत्र की एक जोड़ी से जानिए कि समय के साथ यूएसएड ने खुद को किस तरह ढाला और अमेरिका-भारत के संबंधों को मजबूत बनाने में मदद की।

नौसेना विभाग प्रमुख से भारतीयों…
अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ़ द नैवी कार्लोस डेल टोरो ने स्टार्ट-अप, जलवायु परिवर्तन और रक्षा संबंधी विषयों पर चर्चा की।

डिजिटल बनते छोटे कारोबार
यूएसएड छोटे और मझोले उद्यमों को बेहतर तरीके से चलाने के लिए उन्हें डिजिटली कुशल बना कर सशक्त कर रहा है।

एक अमेरिकी राजनयिक के अनुभव
अमेरिकी राजनयिक संध्या गुप्ता 20 वर्षों से अधिक समय बीतने के बाद भारत एक नई भूमिका में भारत लौटीं। इससे पहले वह फुलब्राइट फेलोशिप पर काम करने के दौरान भारत में रही थीं।

भारतीय अमेरिकी सीईओ
नामी अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों के सीईओ बनने से पहले बहुत-से भारतीय अमेरिकी पढ़ाई करने एक विद्यार्थी के तौर पर अमेरिका आए थे।

लखनऊ के ऊर्जा कुशल हरित…
यूएसएड, लखनऊ विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर ऐसे घरों का निर्माण कर रहा है जो पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा की कम खपत करने वाले हैं।

विकास के साथ वन्यजीव संरक्षण
अमेरिकी और भारतीय शोधकर्मी उन तरीकों का अध्ययन कर रहे हैं जिससे वन्यजीवों के गलियारों का इस तरह से संरक्षण किया जा सके कि बाघों के जीवित रहने और उनके पनपने के लिए जरूरी गतिशालता पर असर न पड़े।

(फुल)ब्राइट भविष्य
फुलब्राइट-नेहरू फेलोशिप हासिल करने वाले तीऩ फेलो ने भारत में शोध के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया और साथ ही एक्सचेंज कार्यक्रम के माध्यम से मिलने वाले अतुलनीय अनुभव पर चर्चा की।

कॉमिक कॉन में सुपर हीरो
दिल्ली में आयोजित कॉमिक कॉन के प्रशंसक इस बात को याद करते हैं कि उनके बचपन में अमेरिकी सुपर हीरो ने मानवीय संघर्षों की दास्तां से उन्हें किस तरह से प्रेरित किया।

तस्करी पीड़ितों का सशक्तिकरण
मानव तस्करी पीडि़त अंग्रेजी सीख कर अपनी दास्तां को साझा कर रही हैं और जमीनी स्तर पर इसके खिलाफ जागरूकता ला रही हैं।

शिक्षा ने जोड़ा अंतरिक्ष से
एक्सेस प्रोग्राम के चार पूर्व भारतीय प्रतिभागियों ने अलाबामा यूनिवर्सिटी में एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अंतरिक्ष की खोज के बारे में जानकारी हासिल की।

महिला कामगारों को अमेरिकी प्रशिक्षण
अमेरिकी कंपनी गैप के बारे में पढि़ए, जो अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से सालाना दिए जाने वाले अवार्ड फॉर कॉरपोरेट एक्सीलेंस से सम्मानित होने वाली कंपनियों में शामिल है।

एसिड हमले के बाद नई…
एक्टिविस्ट लक्ष्मी अग्रवाल ने एसिड हमले से जुड़ी दास्तां को बदल दिया है। अब वह ऐसी पीडि़तों की ज़िंदगी को नए सिरे से संवारने में मदद करती हैं।

भारत की विरासत का उत्सव
सांस्कृतिक संरक्षण के लिए अमेरिकी राजदूत के कोष (एएफ़सीपी) ने 2022 में अपने प्रोजेक्टों की अवधि के 20 साल होने का उत्सव मनाया। भारत में अमेरिकी मिशन ने, एएफ़सीपी के माध्यम से, संरक्षण एजेंसियों से गठजोड़ किया जिससे कि ऐतिहासिक स्थलों और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और जीर्णोद्धार हो सके और भारत की विविध संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाया जा सके।

पारंपरिक कला को नया जीवन
बांग्लानाटक डॉट कॉम और अमेरिकी राजदूत के सांस्कृतिक संरक्षण कोष से मिली मदद पश्चिम बंगाल के खास लोक संगीत को बचाने और इससे जुड़े लोगों की सहायता करने में काम आ रही है।

कुतुब शाही परिसर में एक…
अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष से मिले अनुदान के जरिये की गई पुरातत्वीय खुदाई से हैदराबाद के कुतुब शाही परिसर के बारे में नई समझ विकसित हुई है।

ऐतिहासिक छात्रावास
अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष से मिले अनुदान से मुंबई में लैमिंग्टन रोड स्थित वाईएमसीए स्टूडेंट ब्रांच को मिला नया जीवन।

इतिहास के पन्नों का संरक्षण
युनाइटेड थियोलॉजिकल कॉलेज में अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष की मदद से भारत के अतीत से जुड़ी हज़ारों स्मृतियों के संरक्षण का काम हो रहा है।

बताशेवाला परिसर का कायाकल्प
आगा खान सांस्कृतिक न्यास ने अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष की मदद से बताशेवाला मुगल मकबरा परिसर को उसका पुराना वैभव लौटाने में सफलता पाई है।

विद्यार्थी वीज़ा: विशेषज्ञ के जवाब
कांसुलर मामलों के मिनिस्टर काउंसलर डोनाल्ड हेफ़्लिन ने वीज़ा प्रक्रिया और उसके लिए निर्धारित होने वाले अपॉइंटमेंट के बारे में दी महत्वपूर्ण जानकारियां।

मिलकर करें शोध
नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) के निदेशक सेतुरमन पंचनाथन ने द्विपक्षीय शोध संबंधों को और गहरा बनाने के लिए अमेरिका और भारत के संस्थानों के बीच 30 नई सहभागिताओं की घोषणा की है।

महिलाएं, जो बनीं मिसाल!
आनंदीबाई जोशी और गुरुबाई कर्माकर, ऐसी पहली भारतीय महिलाएं थीं, जिन्होंने अमेरिका में पढ़ाई कर मेडिकल की डिग्री हासिल की तथा औरों को प्ररित किया।

अमेरिकी राजनयिकों के ऑटोरिक्शा
तीन अमेरिकी महिला राजनयिकों ने अपने ऑटोरिक्शा तैयार करवाए और खुद चलाकर दिल्ली को समझने का अनूठा प्रयास किया।

अमेरिका में क्रिकेट की बढ़ती…
अमेरिका में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ रही है और अगले कुछ वर्षों में मेजर लीग क्रिकेट की योजना बनाई जा रही है। इसमें डैलस, सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिलीस जैसे शहरों की टीमें भी भाग लेंगीं।

विरासत बचाने की पहल
चेन्नई में दक्षिणचित्र जीवंत इतिहास संग्रहालय की स्थापना कर देबोरा त्यागराजन ने दक्षिण भारत के की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने की पहल की है।

सांस्कृतिक खुशबू से मैत्री
पश्चिम बंगाल से लेकर वॉशिगटन, डी.सी. तक युवा कलाकार और पेशेवर, अनूठे विरासत आधारित एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एक-दूसरे से काफी कुछ सीख रहे हैं।

सांस्कृतिक रिश्तों की बुनाई
फुलब्राइटर कंचन वली-रिचर्डसन ने वाराणसी के अपने अनुभव का इस्तेमाल ‘रिवर साड़ी’ शृंखला को डिज़ाइन करने में किया है, जो गंगा नदी को एक भावांजलि है।

ऐतिहासिक मकबरे को नई ज़िंदगी
अमेरिकी राजदूत के सांस्कृतिक संरक्षण कोष से हैदराबाद में 18वीं सदी की कवयित्री माह लका बाई चंदा के मकबरे को संवारने के काम में मदद मिली।

धरोहर का संरक्षण
अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष से मिली मदद से गुजरात में चंपानेर-पावागढ़ में मेडी तालाब परिसर के संरक्षण में मदद मिल रही है।

श्रद्धालुओं को मिली सौगात
अमेरिकी राजदूत सांस्कृतिक संरक्षण कोष से मिले अनुदान ने वाराणसी के ऐतिहासिक बालाजी घाट को नए सिरे से संवारने और उसकी ऐतिहासिकता के विवरण को दज़र् करने में मदद की है।

संस्कृतियों की भाषा की पढ़ाई
अमेरिका के हाई स्कूल विद्यार्थी एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिये हिंदी सीखने के साथ ही भारतीय संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं।

हरित क्रांति की गूंज
दशकों पहले, अंतरराष्ट्रीय सहयोग ने विश्व में खाद्यान्न उत्पादन के तौरतरीकों को एक नई परिभाषा दी और एक -दूसरे के साथ आदान-प्रदान के रिश्तों की शुरुआत की जिसका असर दुनिया में खाद्यान्न उत्पादन पर भी देखने को मिला।

सेहत के लिए चलें साथ-साथ
भारत में अमेरिका की हेल्थ अटैशे डॉ. प्रीता राजारमन दुनिया की कुछ बड़ी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका-भारत नवप्रवर्तन भागीदारी के बारे में बता रही हैं।

सांस्कृतिक शिक्षा दूत
एक शिक्षक और सांस्कृतिक दूत, पूजा रानाडे ने फुलब्राइट फेलोशिप के समय अमेरिका में रिहाइश के दौरान रिश्तों के सेतु तैयार करते हुए लंबे समय तक चलने वाले संबंध कायम किए।

खूबियों से भरपूर सुपर हॉर्नेट
बोइंग एफ/ए-18 सुपर हॉरनेट ऐसा सैन्य विमान है जो वैश्विक पॉप संस्कृति का हिस्सा होने के साथ ही भारत और अमेरिका दोनों ही देशों से ताल्लुक रखता है।

हिमालय पर अमेरिकी जांबाज़
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, अमेरिका ने पूर्वी हिमालय की दुर्गम चोटियों पर अपने सैकड़ों हवाईजहाज खोए। अमेरिका और भारत ने इन क्षेत्रों में गुम हुए विमानों को खोजने के लिए मिलकर काम किया और ऐसे अहम मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

अमेरिका-भारत सैन्य अभ्यास
अमेरिका और भारत की नौसेना, थल सेना और वायु सेना ने सैन्य अभ्यास और संयुक्त प्रशिक्षण के बूते अपनी संचालन क्षमता में बढ़ोतरी की है।

महिला सशक्तिकरण
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए यू.एस.-इंडिया अलायंस ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित महिला कामगारों और उद्यमियों की आर्थिक स्थिति को उबारने में मदद की है।

हिंद-प्रशांतः अमेरिकी समर्थन
अमेरिका स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत के पक्ष में है और इस क्षेत्र में समृद्धि को बढ़ाने, जलवायु बदलाव का मुकाबला और लोकतंत्र का साथ देने के लिए कार्यरत है।

नेहरू की अमेरिका यात्रा
अमेरिका की यात्रा पर आने वाले कम ही आगंतुकों की ओर लोगों का उतना ध्यान आकर्षित हुआ है, जितना कि प्रधानमंत्री नेहरू की तरफ, जो नवंबर 1961 में चौथी बार अमेरिका की यात्रा पर आए।

भारत में फुलब्राइट के 40…
भारत में फुलब्राइट प्रोग्राम की 40 वीं वर्षगांठ मनाने के क्रम में कई भारतीय प्रतिभागियों के संस्मरणों को शामिल करते हुए एक स्मृति प्रकाशन का काम हुआ। स्पैन में इसके मुख्य अंशों के प्रस्तुत किया जा रहा है।

अमेरिका में टैगोर का सम्मान
एक भारतीय स्कॉलर बता रहे हैं कि वर्ष 1961 में इस महान कवि के शताब्दी जयंती वर्ष को अमेरिका में कितने उत्साह के साथ मनाया गया और साथ ही, टैगौर पर अपने स्मरण शोध के बारे में भी।

भारत की यात्रा
फ़र्स्ट लेडी जैक्लीन केनेडी ने मार्च 1962 में नौ दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उत्तर भारत के छह शहरों की यात्रा की।

परामर्श नेटवर्क की पड़ताल
फुलब्राइट-नेहरू फेलो लॉरेन वीक ने परामर्श से जुड़े विभिन्न पहलुओं और भारत के उद्यमिता परिदृश्य पर इसके प्रभाव पर शोध किया है।

भारत के छोटे कारोबारों के…
भारत में छतों पर सौर ऊर्जा के उपकरण लगाने के लिए यूएसएड और डीएफसी ने कर्ज देने का कार्यक्रम शुरू किया है जिससे यहां भरोसेमंद स्वच्छ और किफायती ऊर्जा के स्रोत का दायरा बढ़ेगा।

स्मार्ट बिजली होगी भरोसेमंद
स्मार्ट पॉवर के माध्यम से बिजली को लेकर भरोसे और कनेक्टिविटी (स्पार्क) को आगे बढ़ाने से भारत के पॉवर ग्रिड की कुशलता और विश्वसनीयता को गति देने, स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने और जलवायु संकट से निपटने में मदद मिल रही है।

कार्बन रीसाइक्लिंग से निकला जीवनमंत्र
लांजाटेक की तकनीक कार्बन कचरे से उपयोगी उत्पाद तैयार करती है जिससे ग्रीनहाउस गैसों को कम करने और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है।

पूर्वानुमान की ताकत
यदि भारतीय किसानों को समय रहते मौसम के बारे में चेतावनी मिल जाए तो वे जोखिम को कम कर सकते हैं। यूएसएड और स्काईमेट वेदर सर्विसेज की भागीदारी में स्थापित स्वचालित मौसम केंद्र यही काम कर रहे हैं।

नए दौर में स्मार्ट खेती
यूएसएड/भारत की तरफ से वित्तपोषित एक प्रोजेक्ट की बदौलत क्लाइमेट-स्मार्ट खेती और तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि एक टिकाऊ खाद्यान्न व्यवस्था को तैयार किया जा सके।

विज्ञान, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और अंतरिक्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में कैलिफ़ोर्निया की यात्रा के दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचई से मुलाकात की। फोटोग्राफ: मैरिको जोस सांचेज ©एपी इमेजेज